Chapter 4 – कार्बन एवं उसके यौगिक

📘कार्बन एवं उसके यौगिक (Carbon and Its Compounds) (Exam Focused + Best Explanation) 🔹 4.1 कार्बन में आबंधन (Bonding in Carbon) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (2,4): कार्बन के बाहरी कक्ष में 4 इलेक्ट्रॉन होते हैं। इसका मतलब है कि उसे स्थिर होने के लिए या तो 4 इलेक्ट्रॉन देने पड़ेंगे या 4 लेने पड़ेंगे। 4 इलेक्ट्रॉन छोड़ना … Read more

Lesson-4 Bepin Choudhury’s Lapse of Memory

📘 Bepin Choudhury’s Lapse of Memory Title: Bepin Choudhury’s Lapse of Memory Author: Satyajit Ray Genre: Humorous short story with a surprise ending Main Character: Bepin Babu – serious, lonely, hard-working, loves reading Plot Summary Parimal Ghose claims he met Bepin Babu in Ranchi (1958). Bepin insists he never went to Ranchi. Parimal knows his … Read more

उपभोक्ता अधिकार

अध्याय 5: उपभोक्ता अधिकार उपभोक्ता का परिचय बाजार में जब कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकता के लिए कोई वस्तु या सेवा खरीदता है, तो वह उपभोक्ता कहलाता है. बाजार में उपभोक्ता और उत्पादक दोनों की भागीदारी होती है. उत्पादक वस्तुओं और सेवाओं का निर्माण करते हैं, जबकि उपभोक्ता उनका उपभोग करते हैं. उपभोक्ता आंदोलन भारत में … Read more

वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था 

🌍 अध्याय 4: वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था ✨ वैश्वीकरण क्या है? परिभाषा: वैश्वीकरण का अर्थ है – देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और सूचना का मुक्त और तीव्र आवागमन। इसमें वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों का विस्तार होता है। 🌐 वैश्वीकरण के प्रमुख तत्व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार: देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आयात-निर्यात। … Read more

मुद्रा और साख

अध्याय 3: मुद्रा और साख 1. विनिमय के माध्यम के रूप में मुद्रा वस्तु विनिमय प्रणाली वह प्रणाली थी जिसमें मुद्रा का उपयोग किए बिना वस्तुओं का सीधे आदान-प्रदान किया जाता था. इस प्रणाली में व्यापार करने के लिए, “आवश्यकताओं के दोहरे संयोग” की आवश्यकता होती थी, जिसका अर्थ है कि दोनों पक्षों को एक-दूसरे … Read more

भारत की अर्थव्यवस्था के क्षेत्र 

  भारत की अर्थव्यवस्था के क्षेत्र 1. आर्थिक कार्यों का वर्गीकरण आर्थिक गतिविधियों को तीन प्रमुख क्षेत्रकों में बांटा जा सकता है: प्राथमिक क्षेत्रक (कृषि एवं सहायक क्षेत्रक): जब हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके किसी वस्तु का उत्पादन करते हैं, तो उसे प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधि कहा जाता है। उदाहरण: कृषि, डेयरी, मछली पकड़ना … Read more

अध्याय 3-धातु एवं अधातु

  🌟 धातु एवं अधातु (Metals and Non-Metals)  🔹 1. धातु (Metals) 📌 भौतिक गुण (Physical Properties) चमकदार होते हैं (धात्विक चमक)। ऊष्मा एवं विद्युत के अच्छे सुचालक। आघातवर्ध्य (Malleable) एवं तन्य (Ductile)। अधिकतर ठोस (पारा Hg को छोड़कर, जो द्रव है)। ध्वनि उत्पन्न करते हैं (Sonorous)। ⚗️ रासायनिक गुण (Chemical Properties) ऑक्सीजन से अभिक्रिया: … Read more

अध्याय 2: महासागर एवं महाद्वीप

अध्याय 2: महासागर एवं महाद्वीप — महत्वपूर्ण बिंदु  🔷 मुख्य बिंदु (Important Points) पृथ्वी का अधिकांश भाग जल से ढका हुआ है – पृथ्वी की सतह का लगभग 71% भाग महासागरों द्वारा ढका है। महासागर – बड़े जल निकाय जिन्हें हम ग्लोब पर नीले रंग से देखते हैं। ये आपस में जुड़े हुए होते हैं। … Read more

भूमि, मिट्टी, पानी, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन

भूमि, मृदा, जल, प्राकृतिक वनस्पति और वन्य जीवन संसाधन 1. भूमि संसाधन महत्व: भूमि का उपयोग कृषि, आवास, उद्योग और सड़क निर्माण में किया जाता है। विश्व की 90% जनसंख्या धरती के केवल 30% भूमि क्षेत्र पर निवास करती है। भूमि उपयोग के प्रकार: निजी भूमि – व्यक्तियों के स्वामित्व में। सामुदायिक भूमि – समुदाय … Read more

विकास

📚 विकास (Development)  विकास का अर्थ: विकास का तात्पर्य है – जीवन के स्तर में सुधार, आय का बढ़ना, बेहतर शिक्षा, स्वास्थ्य, समान अवसर, और एक सुरक्षित वातावरण। प्रत्येक व्यक्ति के लिए विकास का अर्थ अलग-अलग हो सकता है। व्यक्तिगत लक्ष्यों में अंतर क्यों होता है? लोगों की आवश्यकताएं और परिस्थितियां अलग-अलग होती हैं। एक … Read more