संज्ञा , सर्वनाम और विशेषण की परिभाषा, भेद और उदाहरण
✨ 1. संज्ञा
परिभाषा
जिस शब्द से किसी वस्तु, स्थान, भाव, जीव, व्यक्ति आदि का नाम प्रकट हो उसे संज्ञा कहते हैं।
संज्ञा के भेद
- व्यक्ति वाचक संज्ञा – किसी विशेष व्यक्ति/स्थान का नाम
👉 जैसे: राम, दिल्ली, गीता - जाति वाचक संज्ञा – किसी वर्ग या जाति का नाम
👉 जैसे: लड़का, शहर, नदी - भाववाचक संज्ञा – गुण, अवस्था या भाव का नाम
👉 जैसे: मिठास, सुंदरता, अच्छाई - द्रव्यवाचक संज्ञा – किसी द्रव्य/पदार्थ का नाम
👉 जैसे: सोना, पानी, चावल
✨ 2. सर्वनाम (Sarvnam)
परिभाषा
जो शब्द संज्ञा के स्थान पर प्रयोग होते हैं उन्हें सर्वनाम कहते हैं।
सर्वनाम के भेद
- पुरुषवाचक सर्वनाम – मैं, हम, तुम, वह
- निजवाचक सर्वनाम – अपना, स्वयं
- निश्चयवाचक सर्वनाम – यही, वही
- अनिश्चयवाचक सर्वनाम – कोई, कुछ, कोई-न-किसी
- प्रश्नवाचक सर्वनाम – कौन, क्या, कब, कहाँ
- सम्बन्धवाचक सर्वनाम – जो, सो, जिसका
👉 उदाहरण वाक्य:
- राम स्कूल जाता है। वह बहुत होशियार है।
(यहाँ “वह” सर्वनाम है, जो “राम” के स्थान पर आया है।)
✨ 3. विशेषण (Visheshan)
परिभाषा
जो शब्द संज्ञा या सर्वनाम की विशेषता बताता है, उसे विशेषण कहते हैं।
विशेषण के भेद
- गुणवाचक विशेषण – सुंदर लड़की, मीठा आम
- परिमाणवाचक विशेषण – थोड़ा पानी, बहुत ज्ञान
- संख्या वाचक विशेषण
- निश्चित संख्या वाचक – एक लड़का, पाँच आम
- अनिश्चित संख्या वाचक – कुछ विद्यार्थी, अनेक पुस्तकें
- संप्रदान वाचक विशेषण – मेरी किताब, उनका घर
👉 उदाहरण वाक्य:
- यह सुंदर फूल है। (यहाँ “सुंदर” विशेषण है, क्योंकि यह “फूल” की विशेषता बता रहा है।)