MID TERM HINDI CLASS VIITH PRACTICE PAPER

📘 सभी खंडों के प्रश्नों के उत्तर 


✳️ खंड – क (अपठित बोध)

प्रश्न 1 (गद्यांश)

  1. पेड़ किसको प्रेम करता था?
    ➤ उत्तर: (ग) लड़के को
  2. थकने के बाद लड़का क्या करता था?
    ➤ उत्तर: (ग) पेड़ के नीचे सोता था।
  3. कई साल बाद लड़का पेड़ के पास क्यों गया?
    ➤ उत्तर: उसे घर चाहिए था, इसलिए वह पेड़ के पास गया।
  4. पेड़ की सलाह पर युवक ने क्या किया?
    ➤ उत्तर: युवक ने पेड़ की सारी शाखाएँ काट लीं और उनसे घर बना लिया। पेड़ का सिर्फ तना बच गया।

प्रश्न 2 (काव्यांश)

  1. काव्यांश में वर्षा का सब पर क्या प्रभाव हो रहा है?
    ➤ उत्तर: (ग) प्रसन्नता
  2. जलचर का अर्थ क्या है?
    ➤ उत्तर: (घ) पानी में रहने वाले जीव-जंतु
  3. काव्यांश के अनुसार मालिन कहाँ गीत गा रही है?
    ➤ उत्तर: बाग में
  4. वर्षा के समय कौन-कौन सी घटनाएँ होती हैं? दो घटनाएँ लिखिए।
    ➤ उत्तर: बिजली चमकती है और पानी बरसता है।

✳️ खंड – ख (व्यावहारिक व्याकरण)

  1. ‘दाँत खट्टे करना’ मुहावरे का सही अर्थ:
    ➤ उत्तर: किसी को परास्त या हार मानने पर मजबूर करना
  2. ‘सौभाग्य’ शब्द में उपसर्ग और मूल शब्द:
    ➤ उत्तर: उपसर्ग – ‘सौ’, मूल शब्द – ‘भाग्य’
  3. ‘गतिशील’ शब्द में प्रत्यय:
    ➤ उत्तर: ‘शील’ (गत + शील)
  4. “संयतं महिला की तरह वे प्रतीत होती थीं” – वाक्य में विशेषण:
    ➤ उत्तर: ‘संयतं’
  5. “यह मुरली बड़ी अच्छी बज रही है” – इसमें क्रिया का भेद:
    ➤ उत्तर: संयुक्त क्रिया (बज रही है)
  6. ‘बुढ़ापा’ शब्द का संज्ञा भेद:
    ➤ उत्तर: भाववाचक संज्ञा
  7. ‘सिंधु’ शब्द का पर्यायवाची:
    ➤ उत्तर: सागर
  8. ‘नृत्यांगना’ शब्द का पुल्लिंग:
    ➤ उत्तर: नर्तक
  9. ‘मित्र’ शब्द का विलोम:
    ➤ उत्तर: शत्रु
  10. ‘दिन’ का तद्भव शब्द:
    ➤ उत्तर: दिवस

✳️ खंड – ग (पाठ्यपुस्तक)

प्रश्न 4 (गद्यांश)

  1. गद्यांश के अनुसार कौन बड़ी गंभीर, शांत, अपने आप में खोई हुई लगती थीं?
    ➤ उत्तर: (ख) नदियाँ
  2. नदियों के प्रति लेखक के मन में किस प्रकार के भाव थे?
    ➤ उत्तर: (ग) आदर और श्रद्धा
  3. लेखक नदियों में किसकी गोद की तरह डुबकियाँ लगाता था?
    ➤ उत्तर: (ग) माँ की
  4. लेखक हिमालय पर चढ़कर हैरान क्यों था?
    ➤ उत्तर: (ग) नदियों की विशालता देखकर

प्रश्न 5 (किसी दो का उत्तर)

  1. ‘पापा खो गए’ पाठ में सबसे बुद्धिमान पात्र कौन लगा और क्यों?
    ➤ उत्तर: इसमें सबसे बुद्धिमान पात्र लाल ताऊ लगते हैं, क्योंकि वे हर समस्या का हल खोजने में आगे रहते हैं।
  2. यासूकी-चान को पेड़ पर चढ़ाने के लिए तोमो-चान ने अथक प्रयास क्यों किया?
    ➤ उत्तर: तोमो-चान चाहती थी कि यासूकी-चान पेड़ पर चढ़ना सीखे और उसका डर दूर हो जाए।
  3. खिलौने वाले के आने पर बच्चों की क्या प्रतिक्रिया होती थी?
    ➤ उत्तर: बच्चे बहुत खुश हो जाते थे और दौड़कर खिलौने खरीदने पहुँच जाते थे।

प्रश्न 6 (किसी दो का उत्तर, 30–40 शब्दों में)

  1. मिठाई वाले में कौन-से गुण थे कि सभी उसकी ओर खिंचे चले आते थे?
    ➤ उत्तर: उसमें मिठाई बाँटने की उदारता थी और वह हमेशा हँसता रहता था, इस कारण सभी लोग उसे पसंद करते थे।
  2. क्या कारण था कि सभी पास मिलकर भी लड़की को उसके घर नहीं पहुँचा पा रहे थे?
    ➤ उत्तर: लड़की को रास्ता याद नहीं था और वह घबराई हुई थी, इसलिए लोग उसका घर नहीं खोज पाए।
  3. ‘पापा खो गए’ पाठ में लाल ताऊ किस प्रकार शेष पात्रों से भिन्न हैं?
    ➤ उत्तर: लाल ताऊ समझदार, अनुभवी और व्यवहारिक हैं। वे बच्चों की बात ध्यान से सुनते हैं।

प्रश्न 7 (काव्यांश)

  1. काव्यांश के अनुसार पक्षी किस प्रकार के बंधन में बंधे हुए हैं?
    ➤ उत्तर: (ग) सोने के पिंजरे में
  2. पक्षी ‘उड़ान’ को सपनों में क्यों देख रहे हैं?
    ➤ उत्तर: (क) पंख कटा होने के कारण
  3. काव्यांश के अनुसार पक्षी की क्या इच्छा है?
    ➤ उत्तर: (ग) उड़ने की
  4. काव्यांश में तारों की तुलना किससे की गई है?
    ➤ उत्तर: (ग) अनार के दाने

प्रश्न 8 (किसी दो का उत्तर)

  1. कठपुतली अपने पाँवों पर क्यों नहीं खड़ी हो पाती?
    ➤ उत्तर: क्योंकि उसे चलाने वाली डोरी किसी और के हाथ में होती है।
  2. कठपुतली को क्रोध क्यों आया?
    ➤ उत्तर: क्योंकि वह अपनी मर्जी से कुछ नहीं कर सकती थी।
  3. पक्षी पिंजरे में क्यों नहीं रहना चाहते?
    ➤ उत्तर: पक्षी स्वतंत्रता चाहते हैं, इसलिए पिंजरे में रहना उन्हें पसंद नहीं।

प्रश्न 9 (किसी दो का उत्तर, 30–40 शब्दों में)

  1. रहीम ने सच्चे प्रेम की क्या कसौटी बताई है?
    ➤ उत्तर: रहीम कहते हैं कि सच्चा प्रेम त्याग और निस्वार्थ भाव से किया जाता है, उसमें दिखावा नहीं होना चाहिए।
  2. आपके विचार से पक्षी पालना उचित है अथवा नहीं?
    ➤ उत्तर: पक्षी पालना उचित नहीं है क्योंकि प्रकृति ने उन्हें खुले आसमान में उड़ने के लिए बनाया है।
  3. ‘शाम एक किसान’ पाठ में किसान को किस रूप में दर्शाया गया है?
    ➤ उत्तर: उसमें किसान को मेहनती और सच्चा इंसान दिखाया गया है, जो अपने खेत-खलिहान का ध्यान रखता है।

✳️ खंड – घ (रचनात्मक लेखन)

प्रश्न 10 (पत्र लेखन)

📜 (क) विद्यालय की वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता में भाग लेने हेतु प्रधानाचार्य को पत्र

सेवा में,
प्रधानाचार्य महोदय,
राजकीय मॉडल विद्यालय,
दिल्ली।

दिनांक: 6 अक्टूबर 2025

विषय: वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति हेतु प्रार्थना पत्र।

महोदय,

सविनय निवेदन यह है कि हमारे विद्यालय में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता का आयोजन किया जा रहा है। इस प्रतियोगिता में विद्यार्थियों को अपनी निपुणता व खेल के प्रति रुचि दिखाने का अवसर प्राप्त होता है। मैं कक्षा 7 का नियमित छात्र/छात्रा हूँ तथा खेल-कूद में अत्यंत रुचि रखता/रखती हूँ। मेरा शारीरिक स्वास्थ भी अच्छा है और पूर्व वर्षों में भी मैंने कई प्रतियोगिताओं में भाग लिया है तथा इनाम भी जीते हैं।

मुझे विश्वास है, यदि मुझे आपकी अनुमति मिल जाती है, तो मैं इस वर्ष भी पूरी मेहनत और लगन के साथ प्रतियोगिता में भाग लूंगा/लूंगी और विद्यालय का नाम रोशन करूंगा/करूंगी। कृपया मुझे वार्षिक खेल-कूद प्रतियोगिता में भाग लेने की अनुमति प्रदान करें, ताकि मैं अपने प्रतिभा और कौशल का प्रदर्शन कर सकूं।

आशा है आपने मेरी प्रार्थना पर सहानुभूतिपूर्वक विचार कर मुझे अवसर देंगे।

धन्यवाद।

आपका आज्ञाकारी छात्र/छात्रा
(अपना नाम)
कक्षा 7


📜 (ख) बधाई पत्र — छोटे भाई को गीत-गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर

प्रिय छोटे भाई शुभम,

नमस्ते!

आज तुम्हारे स्कूल में आयोजित गीत-गायन प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने की खबर मिली। यह सुनकर मुझे अत्यंत खुशी हुई। सच में, यह तुम्हारी कड़ी मेहनत, लगन और संगीत के प्रति समर्पण का ही परिणाम है कि तुमने यह उपलब्धि प्राप्त की।

आजकल बच्चों में संगीत के प्रति लगाव कम देखने को मिलता है, लेकिन तुम्हारी ये रुचि वास्तव में सराहनीय है। मैं हमेशा तुम्हें प्रोत्साहित करता रहा हूँ कि तुम अपनी प्रतिभा को और निखारो तथा आगे बढ़ो। इस सफ़लता से तुम्हारे आत्मविश्वास में और वृद्धि होगी।
माँ-पापा भी बहुत खुश हैं। सभी मित्र और रिश्तेदार तुम्हें बधाई दे रहे हैं। आशा करता हूँ कि तुम संगीत के क्षेत्र में आगे भी ऐसे ही उत्कृष्ट प्रदर्शन करते रहो।

एक बार फिर तुम्हें बहुत-बहुत बधाई एवं शुभकामनाएँ। आगे भी निरंतर अभ्यास करते रहो—यही सफलता का रहस्य है।

तुम्हारा प्यारा
(अपना नाम)


✳️ प्रश्न 11 (अनुच्छेद लेखन)

1. दशहरा

दशहरा भारत का एक प्रमुख व प्राचीन पर्व है, जो बुराई पर अच्छाई की जीत का प्रतीक है। प्रत्येक वर्ष आश्विन मास के शुक्ल पक्ष की दशमी को यह त्योहार मनाया जाता है। इस दिन का संबंध भगवान राम से है। मान्यता है कि इसी दिन भगवान राम ने लंका के राजा रावण को युद्ध में पराजित कर उसका वध किया था। इस अवसर पर देशभर में रामलीला का आयोजन होता है जिसमें राम, लक्ष्मण, सीता, हनुमान तथा रावण के पात्रों का अभिनय किया जाता है।

दशहरे के दिन जगह-जगह रावण, मेघनाद और कुंभकरण के विशाल पुतले जलाए जाते हैं। यह आयोजन समाज को संदेश देता है कि बुराई चाहे कितनी भी शक्तिशाली हो, सत्य और धर्म की जीत सदैव होती है। लोग अपने घरों में मिठाइयाँ बाँटते हैं और बच्चों को उपहार मिलते हैं। यह पर्व हमें अन्याय व अहंकार का नाश करने व सत्य, नैतिकता और परोपकार के मार्ग पर चलने के लिए प्रेरित करता है। दशहरा सामाजिक एकता का भी पर्व है, जहाँ लोग जाति, धर्म व भाषा के मतभेद भूलकर मिल-जुलकर पर्व का आनंद लेते हैं।


2. परिश्रम का महत्व

परिश्रम ही सफलता का स्रोत है। प्रत्येक व्यक्ति के जीवन में परिश्रम का विशिष्ट स्थान है। इतिहास गवाह है कि महापुरुषों ने कड़ी मेहनत व ईमानदारी से काम कर ऊँचाइयाँ प्राप्त की हैं। बिना मेहनत किए किसी को भी सम्मान, धन या प्रसिद्धि नहीं मिलती। विद्यार्थी हो या किसान, लेखक हो या वैज्ञानिक—हर क्षेत्र में परिश्रमी लोग ही आगे बढ़ते हैं।

अगर हम आलसी हैं तो जीवन में पीछे रह जाते हैं। परिश्रमी व्यक्ति कड़े संघर्ष में भी हार नहीं मानता और असाध्य को भी साध्य बना लेता है। परिश्रम से चरित्र का निर्माण होता है, आत्मविश्वास बढ़ता है और नई-नई क्षमताएँ विकसित होती हैं। समाज एवं राष्ट्र का भी विकास केवल मेहनतकश नागरिकों से ही संभव है। इसलिए हमें सदैव परिश्रम के मार्ग को अपनाना चाहिए।


3. योग दिवस

आधुनिक व्यस्त जीवन में ‘योग’ का स्थान विशेष है। 21 जून को हर वर्ष विश्व योग दिवस के रूप में मनाया जाता है। योग भारत की प्राचीनतम विधाओं में से एक है, जो शरीर, मन और आत्मा को स्वस्थ बनाता है। योग से न केवल शारीरिक बल्कि मानसिक रोगों में भी राहत मिलती है। योगासन, प्राणायाम, ध्यान इत्यादि से श्वास तंत्र, पाचन तंत्र, रक्त संचार आदि सुधरते हैं।

आज के समय में तनाव, चिंता व रोग बढ़ रहे हैं। नियमित योग करने से मन को शांति और स्फूर्ति मिलती है। लोग अपनी दिनचर्या में जागरूक हो योग को स्थान दे रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी ने भी योग दिवस को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मनाने का प्रस्ताव रखा, जो आज सारा विश्व मना रहा है। हमें भी अपनी दिनचर्या में प्रतिदिन योग करना चाहिए, ताकि जीवन आनंदमय हो सके।


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