Lesson-2 व्यापार से साम्रा ज्य तक कंपनी की सत्ता स्थापित होती है

 

अध्याय 2: व्यापार से साम्राज्य तक कंपनी की सत्ता स्थापित होती है


📚 Lesson Summary (सारांश)

 

अध्याय का संक्षेप: मुख्य बातें

 

मुख्य बिंदु

  1. मुग़ल साम्राज्य का पतन:
    • औरंगजेब की मृत्यु (1707) के बाद मुग़ल साम्राज्य कमजोर हुआ।
    • क्षेत्रीय शक्तियाँ जैसे बंगाल, मैसूर, मराठा उभरीं।
  2. ईस्ट इंडिया कंपनी का आगमन:
    • 1600 में इंग्लैंड की महारानी से व्यापारिक अधिकार प्राप्त किए।
    • बंगाल में पहली फैक्टरी (1651) हुगली नदी के किनारे स्थापित की।
    • 1698 में कलकत्ता की स्थापना की।
    • प्रमुख युद्ध एवं घटनाएँ:
    • प्लासी का युद्ध (1757): रॉबर्ट क्लाइव ने सिराजुद्दौला को हराया; मीर जाफ़र को नवाब बनाया।
    • बक्सर का युद्ध (1764): अंग्रेजों ने मुग़ल सम्राट शाह आलम द्वितीय, अवध के नवाब शुजा-उद-दौला और बंगाल के मीर कासिम की संयुक्त सेना को हराया; बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी प्राप्त की।
    • मैसूर युद्ध (1767–1799): टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया; 1799 में श्रीरंगपट्टनम की लड़ाई में वीरगति प्राप्त की।
    • मराठा युद्ध (1775–1818): तीन युद्धों के बाद मराठा शक्ति कमजोर हुई और अधिकांश क्षेत्र अंग्रेजों के नियंत्रण में आ गए।
  3. नीतियाँ:
    • सहायक संधि (Subsidiary Alliance): भारतीय राज्यों को ब्रिटिश सेना की उपस्थिति स्वीकार करनी होती थी और उसके लिए धन देना पड़ता था; अस्वीकार करने पर क्षेत्र हड़प लिया जाता था।
    • विलय नीति (Doctrine of Lapse): बिना पुरुष उत्तराधिकारी वाले राज्यों को ब्रिटिश साम्राज्य में मिला लिया जाता था; उदाहरण: सतारा (1848), झाँसी (1854), नागपुर (1853)।
  4. प्रमुख व्यक्तित्व:
    • रॉबर्ट क्लाइव: प्लासी युद्ध के नायक; बंगाल में ब्रिटिश सत्ता स्थापित करने में मुख्य भूमिका।
    • टीपू सुल्तान: “शेर-ए-मैसूर”; मैसूर के शासक जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ संघर्ष किया और अपनी सेना का आधुनिकीकरण किया।
    • लॉर्ड डलहौज़ी: ब्रिटिश गवर्नर-जनरल जिन्होंने विलय नीति लागू की और भारतीय राज्यों का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय किया।
    • रानी चेन्नम्मा: कित्तूर की रानी जिन्होंने अंग्रेजों के खिलाफ विद्रोह का नेतृत्व किया।

महत्वपूर्ण शब्दावली

  • फ़रमान: शाही आदेश या डिक्री।
  • सहायक संधि: ब्रिटिश सेना की उपस्थिति स्वीकार करना और उसके लिए धन देना।
  • विलय नीति: बिना पुरुष उत्तराधिकारी वाले राज्यों का ब्रिटिश साम्राज्य में विलय।
  • सिपाही: भारतीय सैनिक जो ब्रिटिश सेना में कार्यरत थे।
1. मुग़ल साम्राज्य का पतन
औरंगज़ेब के बाद मुग़ल साम्राज्य कमजोर हुआ। कमजोर उत्तराधिकारियों और बढ़ते क्षेत्रीय शासकों (जैसे मराठे, जाट, सिख) ने सत्ता में गिरावट ला दी।
2. ईस्ट इंडिया कंपनी की शुरुआत
1600 में इंग्लैंड की महारानी एलिजाबेथ प्रथम ने कंपनी को व्यापार का चार्टर दिया। कंपनी ने भारत से मसाले, कपड़े और रेशम खरीदना शुरू किया।
3. व्यापार में प्रतिस्पर्धा
भारत में व्यापार करने के लिए अंग्रेजों, पुर्तगालियों, डचों और फ्रांसीसियों में भारी प्रतिस्पर्धा थी, जिससे कई बार लड़ाइयाँ भी हुईं (जैसे कार्नाटिक युद्ध)।
4. बंगाल में कंपनी
कंपनी ने बंगाल में व्यापारिक केंद्र स्थापित किए। टैक्स न देने और सैनिक गतिविधियों के कारण नवाबों से विवाद बढ़ा।
5. प्लासी का युद्ध (1757)
कंपनी ने सिराजुद्दौला को हराया और मीर जाफर को नवाब बनाया। इससे कंपनी को बंगाल में राजनीतिक शक्ति मिलने लगी और व्यापारिक लाभ भी बढ़ा।
6. बक्सर का युद्ध (1764)
मीर कासिम, शुजाउद्दौला और शाह आलम द्वितीय के गठबंधन को कंपनी ने हराया। इसके बाद इलाहाबाद संधि हुई और कंपनी को बंगाल की दीवानी मिली।
7. दीवानी का अधिकार (1765)
बंगाल, बिहार और उड़ीसा की दीवानी (राजस्व वसूली) का अधिकार कंपनी को मिल गया। अब कंपनी व्यापार के लिए ब्रिटेन से सोना मँगाने की बजाय भारत से ही आय जुटाने लगी।
8. कंपनी का शासन विस्तार
कंपनी ने “सहायक संधि” (Subsidiary Alliance) लागू की, जिसके तहत भारतीय राजा अपनी सेना नहीं रख सकते थे और अंग्रेजी सेना का खर्च उठाना पड़ता था। न दे पाने पर राज्य अंग्रेजों के अधीन हो जाते थे।
9. मैसूर से संघर्ष
हैदर अली और टीपू सुल्तान ने अंग्रेजों का डटकर मुकाबला किया। चौथे एंग्लो-मैसूर युद्ध (1799) में टीपू सुल्तान मारा गया और मैसूर अंग्रेजों के अधीन आ गया।


✍️ Important Questions & Answers

 

अध्याय आधारित अभ्यास प्रश्नों के उत्तर

1. जोड़े बनाइए:

कॉलम Aकॉलम B
दीवानीभूराजस्व वसूल करने का अधिकार
टीपू सुल्तान“शेर-ए-मैसूर”
रानी चेन्नम्माकित्तूर में अंग्रेज़-विरोधी आंदोलन का नेतृत्व किया
सिपाहीसिपाही
वॉरेन हेस्टिंग्सभारत का पहला गवर्नर-जनरल

2. रिक्त स्थान भरिए:

(क) बंगाल पर अंग्रेज़ों की जीत प्लासी की जंग से शुरू हुई थी।
(ख) हैदर अली और टीपू सुल्तान मैसूर के शासक थे।
(ग) डलहौज़ी ने लैप्स (हड़प) का सिद्धांत लागू किया।
(घ) मराठा रियासतें मुख्य रूप से भारत के पश्चिमी भाग में स्थित थीं।


3. सही या गलत बताएँ:

(क) मुग़ल साम्राज्य अठारहवीं सदी में मज़बूत होता गया। → गलत
(ख) इंग्लिश ईस्ट इंडिया कंपनी भारत के साथ व्यापार करने वाली एकमात्र यूरोपीय कंपनी थी। → गलत
(ग) महाराजा रणजीत सिंह पंजाब के राजा थे। → सही
(घ) अंग्रेज़ों ने अपने कब्ज़े वाले इलाकों में कोई शासकीय बदलाव नहीं किए। → गलत


 


आइए विचार करें:

4. यूरोपीय व्यापारिक कंपनियाँ भारत की तरफ क्यों आकर्षित हुईं?

यूरोपीय कंपनियाँ भारत से चीजें खरीदना चाहती थीं और उन्हें यूरोप में ऊँचे दामों पर बेचकर मुनाफा कमाना चाहती थीं। भारत में बनी वस्तुएँ, जैसे कि सूती कपड़े, रेशम, मसाले (काली मिर्च, लौंग, इलायची, दालचीनी), यूरोप में बहुत लोकप्रिय थीं।
भारत से मसाले (काली मिर्च, इलायची), बारीक सूती कपड़े, रेशम, और अन्य मूल्यवान वस्तुओं की यूरोप में भारी मांग थी। यही कारण था कि यूरोपीय व्यापारिक कंपनियाँ भारत की ओर आकर्षित हुईं।


5. बंगाल के नवाबों और ईस्ट इंडिया कंपनी के बीच किन बातों पर विवाद थे?

नवाबों और कंपनी के बीच कई मुद्दों पर झगड़ा था:

  • कंपनी टैक्स चुकाने से इनकार करती थी। नवाब चाहते थे कि कंपनी व्यापार के लिए टैक्स दे, लेकिन कंपनी टैक्स नहीं देना चाहती थी।
  • नवाबों ने कंपनी की किलेबंदी और सेना बढ़ाने पर रोक लगाई।
  • कंपनी के अफ़सर नवाबों को अपमानित करते थे और उनके आदेशों की अवहेलना करते थे।
  • कंपनी राजनीतिक मामलों में दखलअंदाजी कर रही थी, जिसका नवाबों ने विरोध किया।

6. दीवानी मिलने से ईस्ट इंडिया कंपनी को किस तरह फायदा पहुँचा?

दीवानी मिलने से कंपनी को बंगाल, बिहार और उड़ीसा की भूराजस्व वसूली का अधिकार मिल गया। इससे कंपनी की आय बढ़ी और सैन्य खर्चों को पूरा करने में मदद मिली।
पहले कंपनी को भारत से वस्तुएँ खरीदने के लिए ब्रिटेन से सोना लाना पड़ता था, लेकिन अब यहीं से टैक्स के पैसे मिलने लगे। इससे व्यापार करना और खर्च चलाना कंपनी के लिए आसान हो गया।


7. “सब्सिडियरी एलायंस” (सहायक संधि) व्यवस्था की व्याख्या करें।

सहायक संधि एक समझौता था जो अंग्रेजों ने भारतीय राजाओं के साथ किया था:

  • इस व्यवस्था के तहत भारतीय रियासतें अपनी स्वतंत्र सेना नहीं रख सकती थीं।
  • उन्हें अंग्रेजी “सहायक सेना” रखनी पड़ती थी और उसका खर्चा भी उन्हीं को देना होता था।
  • यदि रियासत पैसा नहीं दे पाती थी, तो उनका इलाका अंग्रेजों के कब्जे में चला जाता था।

 



🔢 Practice MCQs (बहुविकल्पी प्रश्न)

1. ईस्ट इंडिया कंपनी ने भारत में अपनी सत्ता किस प्रकार स्थापित की?

  • (A) केवल व्यापार से
  • (B) केवल युद्ध से
  • (C) व्यापार, युद्ध और राजनीतिक रणनीतियों के द्वारा
  • (D) केवल प्रशासनिक नीतियों से

उत्तर: (C) व्यापार, युद्ध और राजनीतिक रणनीतियों के द्वारा


2. प्लासी की लड़ाई किस वर्ष लड़ी गई थी?

  • (A) 1757
  • (B) 1761
  • (C) 1748
  • (D) 1764

उत्तर: (A) 1757


3. कंपनी की सत्ता के कारण भारतीय समाज में क्या बदलाव आए?

  • (A) आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन
  • (B) केवल सांस्कृतिक परिवर्तन
  • (C) कोई बदलाव नहीं
  • (D) केवल तकनीकी प्रगति

उत्तर: (A) आर्थिक और सामाजिक परिवर्तन


4. कंपनी की सत्ता स्थापित करने में सबसे निर्णायक घटना कौन सी थी?

  • (A) व्यापारिक अनुबंध
  • (B) प्लासी की लड़ाई
  • (C) कूटनीतिक समझौते
  • (D) प्रशासनिक सुधार

उत्तर: (B) प्लासी की लड़ाई


5. कंपनी के शासन के प्रारंभिक चरण में उसका मुख्य ध्यान क्या था?

  • (A) प्रशासनिक सुधार
  • (B) व्यापारिक हित
  • (C) सैन्य विस्तार
  • (D) धार्मिक प्रचार

उत्तर: (B) व्यापारिक हित

 

 

मानचित्र (संक्षेप में)

  • ब्रिटिश नियंत्रण वाले क्षेत्र (1857 तक): बंगाल, बिहार, उड़ीसा, मद्रास, बॉम्बे, पंजाब, सिंध, आदि।
  • महत्वपूर्ण युद्ध स्थल: प्लासी (पश्चिम बंगाल), बक्सर (बिहार), श्रीरंगपट्टनम (कर्नाटक), पानीपत (हरियाणा)।

याद रखें:

  • अंग्रेजों ने व्यापार के माध्यम से भारत में प्रवेश किया और धीरे-धीरे राजनीतिक और सैन्य शक्ति हासिल की।
  • स्थानीय शासकों की कमजोरी, आपसी संघर्ष, और ब्रिटिश नीतियों का लाभ उठाकर उन्होंने अपना साम्राज्य स्थापित किया।
  • 1857 तक भारत का अधिकांश भाग ब्रिटिश नियंत्रण में आ चुका था, जो आगे चलकर स्वतंत्रता संग

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