✨ रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण (सारांश)
रासायनिक अभिक्रिया वह प्रक्रिया है जिसमें एक या अधिक पदार्थ (अभिकारक) परस्पर क्रिया कर नए पदार्थ (उत्पाद) बनाते हैं। रासायनिक अभिक्रियाओं को दर्शाने के लिए रासायनिक समीकरण लिखे जाते हैं। समीकरणों को संतुलित करना जरूरी होता है ताकि द्रव्य संरक्षण का नियम लागू हो।
मुख्य अवधारणाएँ:
- रासायनिक परिवर्तन में नए पदार्थ बनते हैं।
- रासायनिक समीकरण अभिक्रियाओं को संक्षेप में दिखाते हैं।
- संतुलन में प्रत्येक तत्व के परमाणु संख्या को समान करना आवश्यक है।
- रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार:
- संयोजन अभिक्रिया
- अपघटन अभिक्रिया
- विस्थापन अभिक्रिया
- द्वि-विस्थापन अभिक्रिया
- अभिक्रियाओं के संकेत: रंग परिवर्तन, तापमान में परिवर्तन, गैस बनना, अवक्षेप बनना।
📚 नोट्स (Final Exam के लिए)
1. रासायनिक अभिक्रिया (Chemical Reaction)
- एक रासायनिक परिवर्तन जिसमें एक या अधिक पदार्थ नए पदार्थ में बदलते हैं।
- उदाहरण:Mg+O2→MgO\text{Mg} + \text{O}_2 \rightarrow \text{MgO}
2. रासायनिक समीकरण (Chemical Equation)
- शब्द समीकरण: अभिक्रियकों और उत्पादों के नाम से लिखा जाता है।
- रासायनिक समीकरण: प्रतीकों और सूत्रों द्वारा लिखा जाता है।
3. समीकरण को संतुलित करना (Balancing)
- समीकरण में दाईं और बाईं ओर तत्वों की संख्या समान होनी चाहिए।
- उदाहरण:Fe+H2O→Fe3O4+H2संतुलन:3Fe+4H2O→Fe3O4+4H2
4. रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार
प्रकार | उदाहरण | विशेषता |
---|---|---|
संयोजन (Combination) | C+O2→CO2 | दो पदार्थ मिलकर एक बनाते हैं। |
अपघटन (Decomposition) | 2Pb(NO3)2→2PbO+4NO2+O2 | एक पदार्थ टूटकर कई पदार्थ बनाता है। |
विस्थापन (Displacement) | Zn+CuSO4→ZnSO4+Cu | अधिक क्रियाशील धातु, कम क्रियाशील को विस्थापित करती है। |
द्वि-विस्थापन (Double Displacement) | Na2SO4+BaCl2→BaSO4+2NaCl | आयन अदला-बदली करते हैं। |
5. ऑक्सीकरण और अपचयन (Oxidation and Reduction)
- ऑक्सीकरण: ऑक्सीजन का संयोजन या हाइड्रोजन का निष्कासन।
- अपचयन: ऑक्सीजन का निष्कासन या हाइड्रोजन का संयोजन।
6. महत्वपूर्ण रासायनिक परिवर्तन के संकेत
- गैस का उत्सर्जन
- रंग परिवर्तन
- तापमान में परिवर्तन
- अवक्षेप का निर्माण
📝 एक-पेज रिवीजन शीट (Final Exam Ready)
विषय | विवरण |
---|---|
रासायनिक अभिक्रिया | नए पदार्थों का निर्माण, ऊर्जा परिवर्तन। |
समीकरण संतुलन | द्रव्य संरक्षण नियम का पालन। |
अभिक्रिया के प्रकार | संयोजन, अपघटन, विस्थापन, द्वि-विस्थापन। |
उदाहरण | Zn + H₂SO₄ → ZnSO₄ + H₂ ↑ |
ऑक्सीकरण | O₂ प्राप्त करना या H₂ खोना। |
अपचयन | O₂ खोना या H₂ प्राप्त करना। |
महत्वपूर्ण संकेत | रंग परिवर्तन, गैस बनना, अवक्षेप बनना। |
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अध्याय 1: रासायनिक अभिक्रियाएँ एवं समीकरण – सारांश
इस अध्याय में रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार, उनके समीकरणों का निर्माण, संतुलन, और दैनिक जीवन में इनके प्रभावों पर चर्चा की गई है।
1. रासायनिक अभिक्रिया के लक्षण
- रंग परिवर्तन
- गैस उत्सर्जन
- अवस्था परिवर्तन
- तापमान परिवर्तन
2. रासायनिक समीकरण
- शब्द-समीकरण से लेकर संतुलित रासायनिक समीकरण बनाना।
3. संतुलित समीकरण का महत्व
- द्रव्यमान संरक्षण के नियम का पालन करना।
4. रासायनिक अभिक्रियाओं के प्रकार
- संयोजन: दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक उत्पाद बनाते हैं (उदा.
CaO + H₂O → Ca(OH)₂
)। - वियोजन: एक पदार्थ टूटकर कई उत्पाद बनाता है (उदा.
2FeSO₄ → Fe₂O₃ + SO₂ + SO₃
)। - विस्थापन: एक तत्व दूसरे को उसके यौगिक से विस्थापित करता है (उदा.
Fe + CuSO₄ → FeSO₄ + Cu
)। - द्विविस्थापन: आयनों का आदान-प्रदान होता है (उदा.
Na₂SO₄ + BaCl₂ → BaSO₄↓ + 2NaCl
)। - उपचयन-अपचयन (रेडॉक्स): ऑक्सीजन का योग या ह्रास (उदा.
CuO + H₂ → Cu + H₂O
)।
5. ऊष्माक्षेपी और ऊष्माशोषी अभिक्रियाएँ
- ऊर्जा का उत्सर्जन या अवशोषण।
6. संक्षारण और विकृतगंधिता
- धातुओं का ऑक्सीकरण और वसा का खराब होना।
प्रश्नोत्तर
यहाँ पेज 15 से 18 तक के सभी प्रश्नों के उत्तर अध्याय से लिए गए संदर्भों के साथ दिए गए हैं:
प्रश्न 9: ऊष्माक्षेपी एवं ऊष्माशोषी अभिक्रिया का क्या अर्थ है? उदाहरण दीजिए।
उत्तर:
- जिन रासायनिक अभिक्रियाओं में ऊष्मा का अवशोषण होता है, उन्हें ऊष्माशोषी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण:
Ba(OH)2+NH4Cl→BaCl2+NH3+H2Oजिन अभिक्रियाओं में ऊष्मा का उत्सर्जन होता है, उन्हें ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण:
C+O2→CO2+ऊष्मा
प्रश्न 10: श्वसन को ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया क्यों कहते हैं?
उत्तर:
श्वसन के दौरान, ग्लूकोज़ ऑक्सीजन के साथ प्रतिक्रिया करके कार्बन डाइऑक्साइड, जल और ऊष्मा उत्पन्न करता है, इसलिए यह एक ऊष्माक्षेपी अभिक्रिया है।
समीकरण:
C6H12O6+6O2→6CO2+6H2O+ऊष्मा
प्रश्न 11: संयोजित अभिक्रिया के विपरीत वियोजन अभिक्रिया क्यों कहलाती है? समीकरण लिखिए।
उत्तर:
संयोजन अभिक्रिया में दो या अधिक पदार्थ मिलकर एक नया पदार्थ बनाते हैं, जबकि वियोजन अभिक्रिया में एक पदार्थ दो या अधिक भागों में टूटता है।
उदाहरण:
- संयोजन: H2+Cl2→2HCl
- वियोजन: 2H2O→2H2+O2
प्रश्न 12: उन वियोजन अभिक्रियाओं के समीकरण लिखिए जिनमें ऊष्मा, प्रकाश एवं विद्युत के रूप में ऊर्जा प्रदान की जाती है।
उत्तर:
- ऊष्मा से:
CaCO3→ऊष्माCaO+CO2 - प्रकाश से:
2AgCl→प्रकाश2Ag+Cl2 - विद्युत से:
2H2O→विद्युत2H2+O2
प्रश्न 13: विस्थापन एवं द्विविस्थापन अभिक्रियाओं में क्या अंतर है?
उत्तर:
- विस्थापन अभिक्रिया में एक तत्व किसी यौगिक से दूसरे तत्व को विस्थापित करता है।
उदाहरण:
Zn+CuSO4→ZnSO4+Cu - द्विविस्थापन अभिक्रिया में दो यौगिकों के आयन आपस में अदल-बदल करते हैं।
उदाहरण:
Na2SO4+BaCl2→BaSO4+2NaCl
प्रश्न 14: सिल्वर के शोध में, सिल्वर नाइट्रेट के विलयन से सिल्वर प्राप्त करने के लिए कॉपर द्वारा विस्थापन किया जाता है। इस प्रक्रिया के लिए अभिक्रिया लिखिए।
उत्तर:
Cu+2AgNO3→Cu(NO3)2+2Ag
प्रश्न 15: अवक्षेपण अभिक्रिया से आप क्या समझते हैं? उदाहरण देकर समझाइए।
उत्तर:
जब दो विलयन आपस में अभिक्रिया करके अघुलनशील ठोस (अवक्षेप) बनाते हैं, तो उसे अवक्षेपण अभिक्रिया कहते हैं।
उदाहरण:
Na2SO4+BaCl2→BaSO4↓+2NaCl
प्रश्न 16: ऑक्सीजन के योग या ह्रास के आधार पर निम्नलिखित की व्याख्या कीजिए। प्रत्येक के दो उदाहरण दीजिए।
(a) उपचयन (Oxidation):
जब किसी पदार्थ में ऑक्सीजन जुड़ती है या हाइड्रोजन निकलती है।
उदाहरण:
Mg+O2→MgO
C+O2→CO2
(b) अपचयन (Reduction):
जब किसी पदार्थ से ऑक्सीजन निकलती है या हाइड्रोजन जुड़ती है।
उदाहरण:
CuO+H2→Cu+H2O
Fe2O3+2Al→Al2O3+2Fe
प्रश्न 17: एक भूरे रंग का चमकदार तत्व ‘X’ को वायु में गर्म करने पर वह काले रंग का हो जाता है। इस तत्व ‘X’ एवं यौगिक का नाम बताइए।
उत्तर:
तत्व ‘X’ है कॉपर (Cu), और गर्म करने पर यह कॉपर ऑक्साइड (CuO) बन जाता है।
समीकरण:
2Cu+O2→2CuO2
प्रश्न 18: लोहे की वस्तुओं को हम पेंट क्यों करते हैं?
उत्तर:
लोहे की वस्तुएँ वायु में ऑक्सीजन और नमी के संपर्क में आकर जंग खा जाती हैं। पेंट करने से हवा और नमी से बचाव होता है।
प्रश्न 19: तेल एवं वसायुक्त खाद्य पदार्थों को नाइट्रोजन से भरे पैकेट में क्यों रखा जाता है?
उत्तर:
तेल और वसायुक्त पदार्थ ऑक्सीजन के संपर्क में आने पर खराब हो जाते हैं (विकृतगंधता)। नाइट्रोजन एक निष्क्रिय गैस है जो इन पदार्थों को ऑक्सीजन से बचाती है।
प्रश्न 20: निम्नलिखित का वर्णन कीजिए और एक-एक उदाहरण दीजिए—
(a) संक्षारण:
जब धातुएँ वायु और नमी के संपर्क में आकर नष्ट होती हैं।
उदाहरण:
लोहे में जंग लगना।
(b) विकृतगंधता (Rancidity):
जब तेल या वसायुक्त पदार्थ खराब होकर दुर्गंध देने लगते हैं।
उदाहरण:
लंबे समय तक खुले रखे गए मूँगफली या तेल का स्वाद खराब हो जाना।
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1. वायु में जलाने से पहले मैग्नीशियम रिबन को साफ क्यों किया जाता है?
उत्तर: मैग्नीशियम रिबन की सतह पर ऑक्साइड की परत चढ़ी होती है, जो अभिक्रिया को रोकती है। साफ करने से यह परत हट जाती है और दहन आसानी से होता है।
2. निम्नलिखित अभिक्रियाओं के संतुलित समीकरण लिखिए:
(i) हाइड्रोजन + क्लोरीन → हाइड्रोजन क्लोराइड
H₂(g) + Cl₂(g) → 2HCl(g)
(ii) बेरियम क्लोराइड + एलुमीनियम सल्फेट → बेरियम सल्फेट + एलुमीनियम क्लोराइड
3BaCl₂(aq) + Al₂(SO₄)₃(aq) → 3BaSO₄↓(s) + 2AlCl₃(aq)
(iii) सोडियम + जल → सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोजन
2Na(s) + 2H₂O(l) → 2NaOH(aq) + H₂(g)
3. निम्न अभिक्रियाओं के संतुलित समीकरण अवस्था सहित लिखिए:
(i) बेरियम क्लोराइड + सोडियम सल्फेट → सोडियम क्लोराइड + बेरियम सल्फेट (अवक्षेप)
BaCl₂(aq) + Na₂SO₄(aq) → BaSO₄↓(s) + 2NaCl(aq)
(ii) सोडियम हाइड्रॉक्साइड + हाइड्रोक्लोरिक अम्ल → सोडियम क्लोराइड + जल
NaOH(aq) + HCl(aq) → NaCl(aq) + H₂O(l)
4. संतुलित रासायनिक समीकरण क्या है? इसे संतुलित करना क्यों आवश्यक है?
उत्तर: संतुलित समीकरण में अभिकारकों और उत्पादों के परमाणुओं की संख्या समान होती है। यह द्रव्यमान संरक्षण के नियम को दर्शाता है।
5. निम्न कथनों को संतुलित समीकरण में बदलिए:
(a) नाइट्रोजन + हाइड्रोजन → अमोनिया
N₂(g) + 3H₂(g) → 2NH₃(g)
(b) हाइड्रोजन सल्फाइड + ऑक्सीजन → जल + सल्फर डाइऑक्साइड
2H₂S(g) + 3O₂(g) → 2H₂O(l) + 2SO₂(g)
6. संक्षारण और विकृतगंधिता में अंतर बताइए।
- संक्षारण: धातुओं का ऑक्सीकरण (जैसे लोहे पर जंग)।
- विकृतगंधिता: वसा या तेल का ऑक्सीकरण होकर दुर्गंधयुक्त होना।
7. Fe₂O₃ + 2Al → Al₂O₃ + 2Fe अभिक्रिया का प्रकार बताइए।
उत्तर: विस्थापन अभिक्रिया (Al, Fe को उसके ऑक्साइड से विस्थापित करता है)।
8. उपचयन और अपचयन के उदाहरण दीजिए।
- उपचयन:
C + O₂ → CO₂
(कार्बन का ऑक्सीकरण)। - अपचयन:
CuO + H₂ → Cu + H₂O
(कॉपर ऑक्साइड का अपचयन)।
9. सिल्वर के शोधन में कॉपर का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: कॉपर, सिल्वर नाइट्रेट से सिल्वर को विस्थापित कर देता है:
Cu(s) + 2AgNO₃(aq) → Cu(NO₃)₂(aq) + 2Ag(s)
10. ऊष्माक्षेपी और ऊष्माशोषी अभिक्रिया में अंतर:
- ऊष्माक्षेपी: ऊष्मा मुक्त होती है (जैसे दहन)।
- ऊष्माशोषी: ऊष्मा अवशोषित होती है (जैसे बर्फ का पिघलना)।