अध्याय का सारांश- दो बैलों की कथा (Do Bailon Ki Katha)
मुख्य पात्र
- घीजू और मोटी (दो बैल) जो मालिक झूरी के अत्याचार सहते हैं।
- एक छोटी लड़की जो बैलों को रोटी खिलाती है और उनसे सहानुभूति रखती है।
कहानी का सार
- शोषण और संघर्ष
- झूरी बैलों से कठोर मेहनत करवाता है, पर उन्हें खाली भूसा और पानी ही देता है।
- बैलों को एक क्रूर व्यक्ति गया के हाथों बेच दिया जाता है, जहाँ उन्हें और अधिक यातनाएँ मिलती हैं।
- मित्रता और विद्रोह
- घीजू और मोटी अपनी मित्रता और एकजुटता से अत्याचारों का सामना करते हैं।
- वे जेल (काउंटी पाउंड) से भागने की कोशिश करते हैं और दीवार तोड़कर अन्य पशुओं को भी मुक्त कराते हैं।
- सामाजिक संदेश
- कहानी में किसानों और मजदूरों के शोषण, पशु अधिकार, और स्वतंत्रता के लिए संघर्ष को दिखाया गया है।
- अंत में, बैल अपने गाँव लौटते हैं और झूरी के साथ हुए अन्याय का विरोध करते हैं।
कठिन शब्दों के अर्थ (Tough Words Meaning)
क्रमांक | शब्द | अर्थ | पृष्ठ संख्या |
---|---|---|---|
1 | फ़ुजकिन | सुरक्षित, शांत | Page 5 |
2 | लफ़्ज़-क़ुरत | सहनशीलता | Page 5 |
3 | इक़फ़गी | बैलों को बाँधने की रस्सी | Page 6 |
4 | गुस्सैल | क्रोधी | Page 9 |
5 | दक्खिन | दक्षिण | Page 14 |
6 | मुक़दमेबाज़ी | कानूनी लड़ाई | Page 16 |
7 | विद्रोह | विरोध | Page 18 |
8 | अन्याय | गलत व्यवहार | Page 19 |
प्रश्नोत्तर (Answers to Questions)
प्रश्न-अभ्यास
1. कांजीहौस में कैद पशुओं की हाज़िरी क्यों ली जाती होगी?
➤ यह देखने के लिए कि कोई पशु भागा तो नहीं, या उसकी मृत्यु तो नहीं हो गई।
2. छोटी बच्ची को बैलों के प्रति प्रेम क्यों उमड़ आया?
➤ क्योंकि उसने देखा कि बैल बहुत दुखी हैं और फिर भी चुपचाप सह रहे हैं। उसे उन पर दया आई।
3. कहानी में बैलों के माध्यम से कौन-कौन से नीति-विषयक मूल्य उभर कर आए हैं?
➤ दोस्ती, आत्मसम्मान, अन्याय के खिलाफ विरोध, त्याग और सेवा जैसे मूल्य।
4. प्रेमचंद ने गधे के किस स्वभाव के आधार पर उसे ‘मूर्ख’ न बताकर नए अर्थ में देखा?
➤ गधे की सहनशीलता, ईमानदारी और सेवा-भावना के कारण उसे सम्मानजनक रूप में प्रस्तुत किया गया।
5. किन घटनाओं से पता चलता है कि हीरा और मोती में गहरी दोस्ती थी?
➤ दोनों एक-दूसरे के बिना खाना नहीं खाते, साथ रहते और काम करते थे, कांजीहौस से भागने में साथ थे।
6. ‘लेकिन औरत जात पर सींग चलाना मना है…’ – इस कथन से प्रेमचंद का दृष्टिकोण क्या है?
➤ प्रेमचंद औरतों के प्रति हिंसा के विरोधी हैं और नारी के सम्मान के पक्षधर हैं।
7. किसान जीवन वाले समाज में पशु और मनुष्य का संबंध कैसे बताया गया है?
➤ पशु को परिवार का सदस्य समझा गया है। वे साथ जीते हैं, काम करते हैं और दुख-सुख बाँटते हैं।
8. ‘इतना तो हो ही गया कि नौ-दस प्राणियों की जान बच गई’ – मोती की विशेषताएँ बताइए।
➤ मोती निस्वार्थ, साहसी और त्यागी था। दूसरों की भलाई के लिए अपने जीवन की परवाह नहीं की।
आशय स्पष्ट कीजिए
(क) अवश्य ही उनमें कोई ऐसी गुप्त शक्ति थी…
➤ बैलों में सहनशीलता, निःस्वार्थ सेवा और प्रेम की वो शक्ति है जो मनुष्य में नहीं होती।
(ख) उस एक रोटी से उनकी भूख तो क्या शांत होती…
➤ भले ही रोटी कम थी, पर उस प्रेम में तृप्ति थी। प्यार ही उनका असली भोजन बन गया।
गया ने सूखा भूसा क्यों दिया? (✓)
(✓) (ख) गरीबी के कारण खली आदि खरीदना उसके बस की बात न थी।
रचना और अभिव्यक्ति
1. हीरा और मोती ने शोषण के खिलाफ आवाज़ उठाई, पर प्रताड़ना सही – इस पर विचार
➤ हीरा और मोती ने अन्याय नहीं सहा। यह साहसिक और प्रेरणादायक कदम था, भले ही इसके लिए उन्हें कष्ट झेलना पड़ा। यह हमें सिखाता है कि अन्याय के खिलाफ खड़ा होना जरूरी है।
2. क्या यह कहानी आज़ादी की लड़ाई की ओर संकेत करती है?
➤ हाँ, यह कहानी गुलामी के खिलाफ आवाज़ उठाने और स्वतंत्रता की भावना को दर्शाती है। हीरा और मोती प्रतीक हैं उस संघर्ष के जो देशवासियों ने आज़ादी के लिए किया।
भाषा-अध्ययन
निपात वाले पाँच वाक्य (जैसे – ही, भी, तो, हीं, तक):
- फिर मैं भी ज़ोर लगाता हूँ।
- बस इतना ही काफ़ी है।
- उन्होंने तो साफ़ मना कर दिया।
- वह भी चुप रह गया।
- अब तक किसी ने नहीं पूछा।
वाक्य भेद और उपवाक्य
(क) संयुक्त वाक्य – “दीवार का गिरना था कि…”
➤ उपवाक्य: कारणवाचक
(ख) मिश्र वाक्य – “एक दढ़ियल आदमी, जिसकी आँखें लाल थीं…”
➤ उपवाक्य: विशेषण उपवाक्य
(ग) सरल वाक्य – “गया के घर से नाहक भागे।”
(घ) संयुक्त वाक्य – “मैं बेचूँगा, तो बिकेंगे।”
➤ उपवाक्य: शर्तवाचक
(ङ) संयुक्त वाक्य – “अगर वह मुझे पकड़ता तो मैं…”
➤ उपवाक्य: शर्तवाचक
मुहावरे और उनके वाक्य
- नाक में दम करना – बच्चे ने शरारत कर सबकी नाक में दम कर दिया।
- आँखें लाल करना – गुस्से में उसकी आँखें लाल हो गईं।
- दम मारना – काम खत्म करके उसने चैन से दम मारा।
- जान बचाना – वह मुश्किल से वहाँ से जान बचाकर भागा।
- सींग मारना – बैल ने गुस्से में सींग मार दिया।
अगर आप चाहें तो इन उत्तरों को PDF फॉर्मेट में तैयार करके भी भेज सकता हूँ।
1. काउंटी पाउंड में पशुओं की भूखा क्यों रखी जाती थी?
उत्तर: पशुओं को भूखा रखकर उनकी आत्माएँ तोड़ने और उन्हें आज्ञाकारी बनाने के लिए।
2. छोटी लड़की को बैलों से प्रेम क्यों हो गया?
उत्तर: लड़की की माँ मर चुकी थी, और उसकी सौतेली माँ उसे मारती थी। बैलों के साथ उसे आत्मीयता महसूस हुई।
3. बैलों के माध्यम से किन नैतिक मूल्यों को उजागर किया गया है?
उत्तर: सहनशीलता, एकता, अन्याय के विरुद्ध संघर्ष, और मित्रता की शक्ति।
4. “गधा” शब्द के पारंपरिक अर्थ के बजाय लेखक ने क्या नया अर्थ दिया?
उत्तर: गधे को “मूर्ख” की जगह “सीधा और निष्कपट” प्राणी दिखाया, जो समाज के शोषित वर्ग का प्रतीक है।
5. घीजू और मोटी की गहरी मित्रता के उदाहरण दें।
उत्तर:
- दोनों हमेशा साथ रहते, एक-दूसरे को समझते।
- जेल से भागने के दौरान एक-दूसरे की मदद करना।
6. “स्त्री जाति पर लात मारना वर्जित है” – इस कथन से प्रेमचंद का नारी-दृष्टिकोण स्पष्ट करें।
उत्तर: प्रेमचंद ने समाज में स्त्रियों के प्रति संवेदनशीलता और उनके अधिकारों के सम्मान को दर्शाया है।
7. किसान समाज में पशु-मानव संबंध कैसे दिखाए गए?
उत्तर: पशु मनुष्य के सहयोगी हैं, पर शोषण के शिकार भी। जैसे बैलों से खेत जोतवाया जाता है, पर उनकी देखभाल नहीं की जाती।
8. “नौ-दस प्राणियों की जान बच गई” – मोटी के इस कथन से उसके कौन-से गुण झलकते हैं?
उत्तर: साहस, परोपकारिता, और निस्वार्थ भावना।
9. “वे सब तो आशीर्वाद देंगे” – इस पंक्ति का आशय स्पष्ट करें।
उत्तर: मुक्त हुए पशु घीजू-मोटी के प्रति कृतज्ञता व्यक्त करेंगे, क्योंकि उन्होंने उन्हें बंधन से मुक्त किया।
10. गया ने बैलों को खाली भूसा क्यों दिया?
उत्तर: (ख) गरीबी के कारण वह बेहतर भोजन नहीं खरीद सकता था।
रचना और अभिव्यक्ति (Q11-12)
11. घीजू-मोटी ने शोषण के खिलाफ आवाज उठाई, पर प्रताड़ना सही।
उत्तर: यह दिखाता है कि अन्याय के विरुद्ध लड़ाई में कष्ट सहने पड़ते हैं, पर सत्य की जीत अंततः होती है।
12. क्या यह कहानी स्वतंत्रता संग्राम की ओर संकेत करती है?
उत्तर: हाँ, बैलों का संघर्ष स्वतंत्रता आंदोलन के प्रतीकात्मक चित्रण जैसा है, जहाँ शोषित वर्ग अपने अधिकारों के लिए लड़ता है।
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