प्रकाश – परावर्तन तथा अपवर्तन

📘 अध्याय 9 : प्रकाश – परावर्तन तथा अपवर्तन (Light – Reflection and Refraction) ✦ पाठ का सारांश (Chapter Summary) यह अध्याय प्रकाश की दो प्रमुख घटनाओं, परावर्तन (Reflection) और अपवर्तन (Refraction) का अध्ययन कराता है। इसमें दर्पण व लेंस के सूत्र, चिह्न परिपाटी, आवर्धन, अपवर्तनांक तथा उनके दैनिक जीवन में उपयोग को समझाया गया … Read more

मानव नेत्र तथा रंग-बिरंगा संसार

📘 अध्याय 10: मानव नेत्र तथा रंग-बिरंगा संसार (The Human Eye and the Colourful World) CBSE कक्षा 10 विज्ञान – परीक्षा उपयोगी नोट्स 1. मानव नेत्र की संरचना एवं कार्य (Structure and Function of the Human Eye) कॉर्निया (Cornea): बाहरी पारदर्शी झिल्ली; प्रकाश का अधिकतम अपवर्तन यहीं होता है। परितारिका (Iris): रंगीन पेशीय डायफ्राम; पुतली … Read more

Chapter 6-नियंत्रण एवं समन्वय

📘 अध्याय 6: नियंत्रण एवं समन्वय (Control and Coordination) 6.1 जंतु-तंत्रिका तंत्र (Animal Nervous System) 🔹 मुख्य विचार जंतु शरीर की क्रियाओं का नियंत्रण और पर्यावरण से समन्वय तंत्रिका ऊतक (Nervous tissue) और पेशी ऊतक (Muscular tissue) द्वारा करते हैं। 1. सूचना का पता लगाना (Detection of Information) पर्यावरण से मिलने वाले उद्दीपन (Stimuli) को … Read more

Chapter 5-जैव प्रक्रम

जैव प्रक्रम (Life Processes)  1. जैव प्रक्रम क्या है? वे सभी प्रक्रियाएँ जो जीवों के जीवन निर्वाह एवं अनुरक्षण के लिए आवश्यक हैं। मुख्य जैव प्रक्रम: पोषण, श्वसन, परिवहन, उत्सर्जन। 2. पोषण (Nutrition) (A) स्वपोषी पोषण (Autotrophic Nutrition) जीव अपना भोजन स्वयं बनाते हैं। उदाहरण: हरे पौधे। प्रक्रिया: प्रकाश संश्लेषण आवश्यकताएँ: CO₂ + H₂O + … Read more

Chapter 4 – कार्बन एवं उसके यौगिक

📘कार्बन एवं उसके यौगिक (Carbon and Its Compounds) (Exam Focused + Best Explanation) 🔹 4.1 कार्बन में आबंधन (Bonding in Carbon) इलेक्ट्रॉनिक विन्यास (2,4): कार्बन के बाहरी कक्ष में 4 इलेक्ट्रॉन होते हैं। इसका मतलब है कि उसे स्थिर होने के लिए या तो 4 इलेक्ट्रॉन देने पड़ेंगे या 4 लेने पड़ेंगे। 4 इलेक्ट्रॉन छोड़ना … Read more

उपभोक्ता अधिकार

अध्याय 5: उपभोक्ता अधिकार उपभोक्ता का परिचय बाजार में जब कोई व्यक्ति अपनी आवश्यकता के लिए कोई वस्तु या सेवा खरीदता है, तो वह उपभोक्ता कहलाता है. बाजार में उपभोक्ता और उत्पादक दोनों की भागीदारी होती है. उत्पादक वस्तुओं और सेवाओं का निर्माण करते हैं, जबकि उपभोक्ता उनका उपभोग करते हैं. उपभोक्ता आंदोलन भारत में … Read more

वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था 

🌍 अध्याय 4: वैश्वीकरण और भारतीय अर्थव्यवस्था ✨ वैश्वीकरण क्या है? परिभाषा: वैश्वीकरण का अर्थ है – देशों के बीच वस्तुओं, सेवाओं, पूंजी और सूचना का मुक्त और तीव्र आवागमन। इसमें वैश्विक स्तर पर आर्थिक गतिविधियों का विस्तार होता है। 🌐 वैश्वीकरण के प्रमुख तत्व अंतर्राष्ट्रीय व्यापार: देशों के बीच वस्तुओं और सेवाओं का आयात-निर्यात। … Read more

मुद्रा और साख

अध्याय 3: मुद्रा और साख 1. विनिमय के माध्यम के रूप में मुद्रा वस्तु विनिमय प्रणाली वह प्रणाली थी जिसमें मुद्रा का उपयोग किए बिना वस्तुओं का सीधे आदान-प्रदान किया जाता था. इस प्रणाली में व्यापार करने के लिए, “आवश्यकताओं के दोहरे संयोग” की आवश्यकता होती थी, जिसका अर्थ है कि दोनों पक्षों को एक-दूसरे … Read more

भारत की अर्थव्यवस्था के क्षेत्र 

  भारत की अर्थव्यवस्था के क्षेत्र 1. आर्थिक कार्यों का वर्गीकरण आर्थिक गतिविधियों को तीन प्रमुख क्षेत्रकों में बांटा जा सकता है: प्राथमिक क्षेत्रक (कृषि एवं सहायक क्षेत्रक): जब हम प्राकृतिक संसाधनों का उपयोग करके किसी वस्तु का उत्पादन करते हैं, तो उसे प्राथमिक क्षेत्रक की गतिविधि कहा जाता है। उदाहरण: कृषि, डेयरी, मछली पकड़ना … Read more

अध्याय 3-धातु एवं अधातु

  🌟 धातु एवं अधातु (Metals and Non-Metals)  🔹 1. धातु (Metals) 📌 भौतिक गुण (Physical Properties) चमकदार होते हैं (धात्विक चमक)। ऊष्मा एवं विद्युत के अच्छे सुचालक। आघातवर्ध्य (Malleable) एवं तन्य (Ductile)। अधिकतर ठोस (पारा Hg को छोड़कर, जो द्रव है)। ध्वनि उत्पन्न करते हैं (Sonorous)। ⚗️ रासायनिक गुण (Chemical Properties) ऑक्सीजन से अभिक्रिया: … Read more