MID TERM HINDI VIIITH CLASS PRACTICE PAPER

प्रश्न.
(i) गद्यांश के अनुसार यदि व्यक्ति द्वारा आवश्यकतानुसार ही भोजन लिया जाए तो इसका क्या परिणाम होगा?
(क) अन्न की बर्बादी घटेगी

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(ii) गद्यांश में अन्न को किस रूप में देखा गया है?
(ग) उपहार

(iii) गद्यांश के अनुसार ‘समझदारी’ किसे कहा गया है?
जितना भोजन हम खा सकें, उतना ही थाली में लेना और संयम बरतना।

(iv) गद्यांश के अनुसार लिखिए कि आवश्यकता से अधिक भोजन क्यों नहीं लेना चाहिए?
आवश्यकता से अधिक भोजन इसलिए नहीं लेना चाहिए क्योंकि यह अन्न किसानों की मेहनत और प्रकृति का अमूल्य उपहार है। जब यह बर्बाद होता है तो संसाधनों की बर्बादी होती है और हमें यह भी याद रखना चाहिए कि कई लोग भूखे सोते हैं। इसलिए संयम बरतना और उतना ही भोजन लेना समझदारी है जितना हम खा सकें।

प्रश्न 2.
(i) प्रस्तुत पद्यांश में रत्न किसे कहा गया है?
(घ) ओस को

(ii) पद्यांश में किसकी सुंदरता का वर्णन किया गया है?
(क) प्रकृति की

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(iii) पद्यांश के अनुसार कवि ने ओस कणों को कहाँ देखा?
हरी घास पर, पत्तों पर और फूलों पर।

(iv) पद्यांश के अनुसार ओस कणों को देखकर कवि के मन में क्या भाव आते हैं?
ओस कणों को देखकर कवि के मन में उन्हें अंजलि में भरकर घर ले आने और उनकी शोभा पर कविता रचने का भाव आता है। वह प्रकृति की इस सुंदरता से मंत्रमुग्ध है।

खंड- ‘ख’
व्याकरण
प्रश्न 3.
मिलान कीजिए- (उत्तर पुस्तिका में लिखिए)
(i) संख्यावाचक विशेषण – (ग) कुछ पंखे
(ii) परिमाणवाचक विशेषण – (क) पाँच किलोग्राम चावल
(iii) गुणवाचक विशेषण – (ख) घना पेड़

(iv) ‘निर्’ उपसर्ग से बना एक शब्द लिखिए।
निर्दोष

(v) ‘आज यहाँ, कल वहाँ चले’ – दी गई पंक्ति में से क्रिया शब्द पहचानकर लिखिए।
चले

(vi) ‘विदुषी’ शब्द का लिंग बदलकर लिखिए।
विद्वान

(vii) ‘स्वर्ण’ शब्द का तद्भव रूप लिखिए।
सोना

(viii) ‘दुर्गंध’ शब्द का विपरीत शब्द लिखिए।
सुगंध

(ix) ‘सामने लकड़ी की एक चौखट पड़ी रहती है।’- रेखांकित शब्द का वचन बदलकर लिखिए।
चौखटें

(x) ‘द्वंद्व समास में दोनों शब्द प्रधान होते हैं।’ – सही या गलत
सही

खंड- ‘ग’
पाठ्यपुस्तक
प्रश्न 4.
(i) गद्यांश के अनुसार बस क्यों रुक गई थी?
(घ) पेट्रोल न होने के कारण (पेट्रोल की टंकी में छेद हो गया था)

(ii) गद्यांश के अनुसार बस की हालत कैसी थी?
(ग) जर्जर

(iii) गद्यांश के अनुसार रास्ते के दोनों तरफ़ क्या दिखाई दे रहा था?
(ख) पेड़

(iv) लेखक ने इंजन में पेट्रोल डालने की प्रक्रिया की तुलना किससे की है?
(ग) माँ द्वारा दूध पिलाना

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प्रश्न 5. गद्य पाठों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए-

(i) मशीनीयुग के कारण प्रभावित हुए किन्हीं दो उद्‌द्योगों का नाम लिखिए?
मशीनीयुग के कारण प्रभावित हुए दो उद्योग हैं:

  1. कुटीर उद्योग: विशेषकर हस्तशिल्प और कारीगरी से जुड़े उद्योग, जैसे लाख की चूड़ियों का व्यवसाय।

  2. छोटे पैमाने के निर्माण उद्योग: जहाँ पहले हाथ से काम होता था, अब मशीनों से होने लगा, जिससे कई दस्तकार बेरोजगार हो गए।

(ii) पाठ ‘क्या निराश हुआ जाए’ के अनुसार लिखिए कि समाचार पत्रों में किस तरह के समाचार अधिक होते हैं?
पाठ ‘क्या निराश हुआ जाए’ के अनुसार समाचार पत्रों में ठगी, डकैती, चोरी, तस्करी और भ्रष्टाचार के समाचार ही प्रमुखता से होते हैं।

(iii) पाठ ‘बस की यात्रा’ में किन दो आंदोलनों का नाम आया है?
पाठ ‘बस की यात्रा’ में सविनय अवज्ञा आंदोलन और असहयोग आंदोलन का नाम आया है।

प्रश्न 6. गद्य पाठों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए-

(i) पाठ ‘लाख की चूड़ियाँ’ में बदलू के जीवन पर काँच की चूड़ियों के बढ़ते प्रचलन का क्या प्रभाव पड़ा?
काँच की चूड़ियों के बढ़ते प्रचलन के कारण बदलू का पैतृक व्यवसाय ठप हो गया। उसकी लाख की चूड़ियों की माँग कम हो गई, जिससे उसे आर्थिक तंगी का सामना करना पड़ा और अंततः उसे अपना काम बंद करना पड़ा। उसके जीवन में उदासी और निराशा आ गई।

(ii) ‘आँख के बदले आँख का सिद्धांत पूरी दुनिया को अंधा कर देगा।’ पाठ ‘क्या निराश हुआ जाए’ के आलोक में दिए गए कथन पर अपने विचार लिखिए।
‘आँख के बदले आँख’ का सिद्धांत प्रतिशोध पर आधारित है, जो समाज में घृणा और हिंसा को बढ़ाता है। यह न्याय के बजाय बदले की भावना को बढ़ावा देता है, जिससे समस्याएँ सुलझने की बजाय और उलझती हैं। इसके बजाय हमें क्षमा, सहिष्णुता और सद्भाव से काम लेना चाहिए ताकि समाज में शांति और सहयोग का माहौल बना रहे, जैसा कि पाठ में वर्णित है।

(iii) पाठ ‘बस की यात्रा’ में लेखक ने पाठ के अंत में पन्ना पहुँचने की उम्मीद क्यों छोड़ दी थी?
लेखक ने पाठ के अंत में पन्ना पहुँचने की उम्मीद इसलिए छोड़ दी थी क्योंकि बस इतनी जर्जर हालत में थी और रास्ते में लगातार खराब हो रही थी कि उसे लग रहा था कि बस कभी भी धोखा दे सकती है। ब्रेक फेल होना या स्टीयरिंग टूटना जैसी संभावनाएँ उसे डरा रही थीं। उसे यह भी लगने लगा था कि उसकी जीवन यात्रा समाप्त होने वाली है और वह पन्ना नहीं पहुँच पाएगा।

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प्रश्न 7.
(i) पद्यांश में किस भाव को दर्शाया गया है?
(क) उम्मीद

(ii) पद्यांश में ‘सूरज डूबना’ किस समय को दर्शाता है?
(ग) शाम

(iii) पद्यांश में ‘गंतव्य’ का क्या अर्थ है?
(क) यात्रा का अंतिम स्थान

(iv) ‘अभी भी झरती हुई पत्ती, थामने को बैठा है हाथ एक’ पंक्ति का आशय है-
(घ) कठिन समय में सहयोग

प्रश्न 8. पद्य पाठों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लिखिए-

(i) पक्षी और बादल में एक समानता और एक अंतर लिखिए।
समानता: पक्षी और बादल दोनों ही एक देश से दूसरे देश तक संदेश पहुँचाने का कार्य करते हैं, बिना किसी सीमा के बंधन के। वे प्रकृति के डाकिए हैं।
अंतर: पक्षी मनुष्यों द्वारा समझी जाने वाली भाषा में संदेश नहीं देते, जबकि बादल जल के माध्यम से धरती को जीवन का संदेश देते हैं। पक्षियों के संदेशों को मनुष्य पूरी तरह समझ नहीं पाते, जबकि बादलों के संदेश (वर्षा) को धरती और पेड़-पौधे समझ पाते हैं।

(ii) ‘यह सबसे कठिन समय नहीं’ कविता में कौन चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है और क्यों?
‘यह सबसे कठिन समय नहीं’ कविता में एक चिड़िया चोंच में तिनका दबाकर उड़ने की तैयारी में है। वह ऐसा इसलिए कर रही है ताकि वह अपने लिए घोंसला बना सके। यह क्रिया दर्शाती है कि जीवन में अभी भी आशा बची है और हमें अपना काम करते रहना चाहिए, हार नहीं माननी चाहिए।

(iii) कबीर ने ‘तलवार और म्यान’ के उदाहरण से क्या सिद्ध करना चाहते थे?
कबीर ‘तलवार और म्यान’ के उदाहरण से यह सिद्ध करना चाहते थे कि हमें किसी भी व्यक्ति या वस्तु की ऊपरी बनावट या बाहरी दिखावे पर ध्यान नहीं देना चाहिए, बल्कि उसके आंतरिक गुणों और उसकी उपयोगिता को महत्त्व देना चाहिए। तलवार की असली पहचान उसकी धार होती है, न कि उसकी म्यान की सुंदरता। इसी प्रकार, हमें ज्ञानी व्यक्ति के ज्ञान को महत्व देना चाहिए, न कि उसकी जाति या बाहरी रूप-रंग को।

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प्रश्न 9. पद्य पाठों पर आधारित निम्नलिखित प्रश्नों में से किन्हीं दो प्रश्नों के उत्तर लगभग 30-40 शब्दों में लिखिए-

(i) मनुष्य के व्यवहार में दूसरों को विरोधी बना लेने वाले कौन-से दोष होते हैं? पाठ ‘कबीर की साखियाँ’ के आधार पर उत्तर लिखिए।
कबीर की साखियों के आधार पर मनुष्य के व्यवहार में दूसरों को विरोधी बना लेने वाले दोष हैं अहंकार (अति आत्मविश्वास) और कड़वी वाणी (कठोर वचन)। कबीर कहते हैं कि जब तक मन में अहंकार रहता है, तब तक ईश्वर की प्राप्ति नहीं होती और मीठे बोल न बोलने से लोग दूर हो जाते हैं।

(ii) ‘पक्षी भगवान के डाकिये होने के साथ-साथ इंसान के भी प्रथम डाकिये हैं।’ इस कथन पर अपने विचार लिखिए।
यह कथन सही है। पक्षी और बादल भगवान के डाकिये हैं जो बिना किसी भेदभाव के प्रकृति के संदेश (जैसे प्रेम, एकता, जल आदि) एक स्थान से दूसरे स्थान पर पहुँचाते हैं। इंसान के प्रथम डाकिये इसलिए कहा गया है क्योंकि प्राचीन काल से ही कबूतरों जैसे पक्षियों का उपयोग संदेश भेजने के लिए किया जाता रहा है, जो संचार का एक महत्वपूर्ण साधन था। इस प्रकार, वे न केवल प्रकृति के बल्कि मनुष्य के भी संदेशवाहक रहे हैं।

(iii) पाठ ‘दीवानों की हस्ती’ में ‘दीवानों का जीवन सुख-दुख का मिश्रण है।’ कविता के आधार पर सिद्ध कीजिए।
‘दीवानों की हस्ती’ कविता में दीवानों का जीवन सुख-दुख का मिश्रण है। वे जहाँ जाते हैं, खुशियाँ और उल्लास बिखेरते हैं, जिससे लोग आनंदित होते हैं (सुख)। लेकिन वे अपनी मस्ती में आगे बढ़ जाते हैं और फिर अपनी यात्रा जारी रखते हैं, जिससे उनके पीछे रह गए लोगों की आँखों में आँसू आ जाते हैं (दुख)। इस प्रकार, वे स्वयं भी सुख-दुख के भावों को अनुभव करते हुए, दूसरों को भी इन दोनों भावनाओं का अनुभव कराते हैं।

खंड-घ
(रचनात्मक लेखन)

प्रश्न 10. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 80-100 शब्दों में पत्र लिखिए-

(क) आप नरगिस / गुरप्रीत हैं। अपने घर के पास स्थित पार्क की साफ़-सफ़ाई करवाने का निवेदन करते हुए नगर निगम अधिकारी को पत्र लिखिए|

सेवा में,
नगर निगम अधिकारी,
[नगर निगम का पता],
दिल्ली

विषय: घर के पास स्थित पार्क की साफ़-सफ़ाई करवाने हेतु।

मान्यवर,

मैं नरगिस/गुरप्रीत, [आपका पता], का निवासी हूँ/हूँ। मैं आपका ध्यान हमारे घर के पास स्थित पार्क की दयनीय स्थिति की ओर आकर्षित करना चाहता हूँ/चाहती हूँ।

यह पार्क बच्चों और बुजुर्गों के लिए एक महत्वपूर्ण स्थान है, लेकिन आजकल इसकी हालत बहुत खराब हो गई है। जगह-जगह कूड़े के ढेर लगे हैं, घास बढ़ी हुई है, और गंदगी के कारण मच्छर व मक्खियाँ पनप रही हैं। इससे पार्क का वातावरण दूषित हो रहा है और बीमारियों का खतरा बढ़ गया है।

अतः, आपसे विनम्र निवेदन है कि आप जल्द से जल्द इस पार्क की साफ़-सफ़ाई करवाने की व्यवस्था करें ताकि यह फिर से सभी के लिए स्वच्छ और स्वस्थ स्थान बन सके।

आपके सहयोग के लिए मैं आभारी रहूँगा/रहूँगी।

धन्यवाद सहित,
भवदीया/भवदीय,
नरगिस/गुरप्रीत
[आपका फ़ोन नंबर]
[दिनांक]

अथवा

(ख) आप नरगिस / गुरप्रीत हैं। अपने विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी-कहानियों की पुस्तकें मँगवाने का निवेदन करते हुए अपने विद्यालय की/के प्रधानाचार्या/प्रधानाचार्य को पत्र लिखिए।

सेवा में,
प्रधानाचार्य/प्रधानाचार्या महोदय/महोदया,
[विद्यालय का नाम],
[विद्यालय का पता],
दिल्ली

विषय: विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी-कहानियों की पुस्तकें मँगवाने हेतु।

मान्यवर,

मैं नरगिस/गुरप्रीत, कक्षा आठवीं का/की छात्र/छात्रा हूँ/हूँ। मैं यह पत्र आपको विद्यालय के पुस्तकालय में हिंदी-कहानियों की नई पुस्तकें मँगवाने के संबंध में लिख रहा/रही हूँ।

हमारे पुस्तकालय में विभिन्न विषयों की पुस्तकें उपलब्ध हैं, परंतु हिंदी-कहानियों की पुस्तकों की संख्या सीमित है। हम सभी छात्र-छात्राएँ हिंदी साहित्य और कहानियों में बहुत रुचि रखते हैं। नई कहानियों की पुस्तकें हमें भाषा के प्रति और अधिक आकर्षित करेंगी और हमारी पढ़ने की आदत को भी प्रोत्साहित करेंगी।

अतः, आपसे विनम्र निवेदन है कि आप पुस्तकालय में हिंदी-कहानियों की नई और रोचक पुस्तकें उपलब्ध कराने की कृपा करें। यह हमारे ज्ञानवर्धन में सहायक होगा।

आपके इस सहयोग के लिए हम सभी छात्र-छात्राएँ आपके आभारी रहेंगे।

धन्यवाद सहित,
भवदीया/भवदीय,
नरगिस/गुरप्रीत
कक्षा – आठवीं
[दिनांक]

प्रश्न 11. निम्नलिखित में से किसी एक विषय पर लगभग 80-100 शब्दों में अनुच्छेद लिखिए-

(क) अनुशासन का महत्त्व

अनुशासन का महत्त्व

अनुशासन हमारे जीवन का आधार है। यह हमें सही राह दिखाता है और जीवन में सफलता प्राप्त करने में मदद करता है। चाहे घर हो, विद्यालय हो या समाज, हर जगह अनुशासन का पालन करना आवश्यक है। विद्यार्थी जीवन में तो इसका महत्त्व और भी बढ़ जाता है। नियमित पढ़ाई करना, समय पर गृहकार्य पूरा करना और बड़ों का आदर करना आदि सभी अनुशासन के ही अंग हैं। एक अनुशासित व्यक्ति अपने लक्ष्यों को आसानी से प्राप्त कर सकता है और जीवन में हमेशा आगे बढ़ता है। अनुशासन हमें आत्म-नियंत्रण सिखाता है और हमें एक बेहतर इंसान बनाता है। यह हमें समाज में सम्मान दिलाता है और एक सभ्य नागरिक के रूप में हमारी पहचान बनाता है। अतः, जीवन में अनुशासन को अपनाना अत्यंत महत्त्वपूर्ण है।

(ख) मेरी दिल्ली

मेरी दिल्ली

दिल्ली, भारत की राजधानी, एक ऐसा शहर है जो अपने आप में इतिहास और आधुनिकता का संगम समेटे हुए है। यह सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि भावनाओं, संस्कृतियों और सदियों की कहानियों का जीवंत मिश्रण है। यहाँ लाल किला, कुतुब मीनार और इंडिया गेट जैसे ऐतिहासिक स्मारक हैं जो मुगल और ब्रिटिश काल की गौरव गाथाएँ सुनाते हैं। वहीं, कनॉट प्लेस, खान मार्केट और साइबर हब जैसे आधुनिक केंद्र इसकी प्रगतिशील छवि को दर्शाते हैं। दिल्ली अपने स्वादिष्ट भोजन, रंगीन बाजारों और उत्सवों के लिए भी प्रसिद्ध है। यहाँ विभिन्न राज्यों के लोग मिलकर रहते हैं, जिससे एक अद्भुत सांस्कृतिक विविधता देखने को मिलती है। प्रदूषण और भीड़भाड़ जैसी चुनौतियाँ होने के बावजूद, दिल्ली हमेशा मुझे आकर्षित करती है और एक ऐसी ऊर्जा प्रदान करती है जो इसे खास बनाती है। यह मेरे लिए सिर्फ एक शहर नहीं, बल्कि मेरा घर है।

(ग) स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस

स्वतंत्रता दिवस भारत का एक अत्यंत महत्त्वपूर्ण राष्ट्रीय पर्व है, जिसे हर साल 15 अगस्त को बड़े हर्षोल्लास के साथ मनाया जाता है। इसी दिन 1947 में भारत को ब्रिटिश शासन से आजादी मिली थी। यह दिन उन सभी स्वतंत्रता सेनानियों के बलिदानों को याद करने का अवसर है जिन्होंने देश के लिए अपना सर्वस्व न्योछावर कर दिया। इस दिन दिल्ली के लाल किले पर प्रधानमंत्री द्वारा तिरंगा फहराया जाता है और राष्ट्रगान गाया जाता है। विभिन्न राज्यों में भी झंडा फहराया जाता है और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। स्कूल और कॉलेज में बच्चे देशभक्ति गीत गाते हैं और नाटक प्रस्तुत करते हैं। स्वतंत्रता दिवस हमें हमारी आजादी का महत्त्व और उसे बनाए रखने की जिम्मेदारी का एहसास कराता है। यह हमें एकता और अखंडता के साथ देश के विकास में योगदान देने के लिए प्रेरित करता है।

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