सत्ता की साझेदारी

Lesson-1   सत्ता की साझेदारी

 

🔷 महत्वपूर्ण बिंदु (Important Points in Easy Hindi)

🟢 1. सत्ता का बँटवारा क्यों ज़रूरी है?

  • सत्ता अगर सिर्फ एक समूह के हाथ में होगी, तो अन्य समूहों में असंतोष बढ़ेगा।
  • इससे सामाजिक टकराव, गृहयुद्ध और देश के बंटने का खतरा हो सकता है।
  • सत्ता में सभी समुदायों की भागीदारी लोकतंत्र को मजबूत बनाती है।

🟢 2. बेल्जियम और श्रीलंका के उदाहरण:

  • बेल्जियम: डच और फ्रेंच भाषियों के बीच सत्ता बाँटकर शांति बनाई।
  • श्रीलंका: बहुसंख्यक सिंहली समाज ने तमिलों को दरकिनार किया, जिससे गृहयुद्ध हुआ।

🟢 3. सत्ता बाँटने के तरीके:

  1. सरकार के अलग-अलग अंगों में: विधान, कार्यपालिका, न्यायपालिका।
  2. सरकार के अलग स्तरों में: केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारें।
  3. सामाजिक समूहों में: जैसे अल्पसंख्यक, महिलाएं, दलित।
  4. राजनीतिक दलों में: गठबंधन सरकारें और दबाव समूह।

🟢 4. नैतिक और युक्तिपूर्ण कारण:

  • नैतिक: हर किसी को शासन में भागीदारी मिलनी चाहिए।
  • युक्तिपूर्ण: इससे स्थिरता, शांति और जनसहभागिता बढ़ती है।

 


🔷 सत्ता की साझेदारी – विस्तार से मुख्य बिंदु (With Explanation and Examples)


🟢 1. सत्ता बाँटने की ज़रूरत क्यों है?

👉 कारण:

  • अगर एक ही समुदाय/समूह को पूरा अधिकार मिल जाए, तो बाकी समुदाय अपने को उपेक्षित मानते हैं।
  • इससे असंतोष बढ़ता है और देश में अशांति, टकराव या गृहयुद्ध हो सकता है।

🧿 उदाहरण:

  • श्रीलंका में सिंहली बहुसंख्यक ने तमिल अल्पसंख्यकों को भाषा, शिक्षा और नौकरियों में नजरअंदाज किया।
  • इसका नतीजा – तमिलों में असंतोष और गृहयुद्ध (1980–2009)

🟢 2. सत्ता बाँटने से क्या लाभ होता है?

👉 फायदे:

  • सभी समुदाय खुद को शासन का हिस्सा मानते हैं।
  • समाज में शांति, एकता और स्थिरता बनी रहती है।

🧿 उदाहरण:

  • बेल्जियम में डच और फ्रेंच भाषी लोगों के बीच बराबरी से सत्ता बाँटी गई।
  • इससे समाज में टकराव नहीं हुआ और देश एकजुट रहा।

🟢 3. सत्ता बाँटने के तरीके (Types of Power Sharing):

✅ (i) सरकार के अंगों में सत्ता का बँटवारा

➡ विधायिका (Legislature) – कानून बनाती है
➡ कार्यपालिका (Executive) – सरकार चलाती है
➡ न्यायपालिका (Judiciary) – न्याय करती है
👉 इसे Horizontal Power Sharing कहते हैं।

🧿 उदाहरण: भारत में प्रधानमंत्री, संसद और सुप्रीम कोर्ट – तीनों अलग-अलग शक्तियों से काम करते हैं।


✅ (ii) सरकार के स्तरों में सत्ता बाँटना

  • केंद्र सरकार (Central)
  • राज्य सरकार (State)
  • स्थानीय सरकार (Panchayat, Municipality)

👉 इसे Vertical Power Sharing कहते हैं।

🧿 उदाहरण:
भारत में शिक्षा, स्वास्थ्य जैसे विषयों पर राज्य सरकार निर्णय ले सकती है।


✅ (iii) सामाजिक समूहों के बीच सत्ता बाँटना

  • अल्पसंख्यक, महिलाएं, दलित जैसे समूहों को राजनीतिक और प्रशासनिक भागीदारी दी जाती है।

🧿 उदाहरण:
भारत में अनुसूचित जातियों के लिए आरक्षित सीटें (Reserved Seats) होती हैं।


✅ (iv) राजनीतिक दलों और दबाव समूहों में सत्ता बाँटना

  • कई बार कोई पार्टी अकेले बहुमत में नहीं होती, तो गठबंधन सरकार (Coalition Govt) बनती है।
  • दबाव समूह (Trade Unions, किसान संगठन) भी सरकार को प्रभावित करते हैं।

🧿 उदाहरण:
भारत में 2004–2014 तक UPA और NDA गठबंधन सरकारें रहीं।


🟢 4. सत्ता बाँटने के दो बड़े तर्क (दोनों से परीक्षा में प्रश्न आता है)

✅ (i) युक्तिपरक तर्क (Pragmatic Reasoning)

  • जब सभी समुदायों को सत्ता में भागीदारी दी जाती है तो असंतोष कम होता है और लोकतंत्र मजबूत होता है।

✅ (ii) नैतिक तर्क (Moral Reasoning)

  • लोकतंत्र का मतलब ही है कि सभी लोगों को शासन में भागीदारी का अधिकार मिले।

🧿 उदाहरण:
महात्मा गांधी कहते थे कि पंचायती राज यानी गांव के लोगों को भी सत्ता में भागीदारी मिलनी चाहिए।


🟢 5. बेल्जियम और श्रीलंका के मॉडल का अंतर

बिंदुबेल्जियमश्रीलंका
बहुभाषी समाजहाँहाँ
सत्ता बाँटने का तरीकासभी को बराबर भागीदारीबहुसंख्यकों का वर्चस्व (सिंहली)
परिणामशांति और एकतागृहयुद्ध, असंतोष

 


🟢 MCQ प्रश्न (Multiple Choice Questions)

  1. श्रीलंका में बहुसंख्यक समुदाय कौन-सा है?
    (a) तमिल
    (b) सिंहली
    (c) मलय
    (d) तेलुगु
    उत्तर: (b) सिंहली
  2. बेल्जियम की राजधानी क्या है?
    (a) पेरिस
    (b) ब्रसेल्स
    (c) लक्ज़मबर्ग
    (d) कोलंबो
    उत्तर: (b) ब्रसेल्स
  3. बेल्जियम में किन दो भाषाई समुदायों के बीच संघर्ष था?
    (a) तमिल और सिंहली
    (b) फ्रेंच और डच
    (c) जर्मन और अंग्रेज़ी
    (d) हिंदी और अंग्रेज़ी
    उत्तर: (b) फ्रेंच और डच
  4. सत्ता का बँटवारा लोकतंत्र की आत्मा क्यों माना जाता है?
    (a) सभी को समान अधिकार मिलते हैं
    (b) इससे टकराव होता है
    (c) केवल एक समुदाय शासन करता है
    (d) कोई असर नहीं पड़ता
    उत्तर: (a) सभी को समान अधिकार मिलते हैं

🟢 Very Short Answer (1-2 Lines)

  1. लोकतंत्र में सत्ता का बँटवारा क्यों जरूरी है?
    ✅ सत्ता का बँटवारा जरूरी है ताकि हर समुदाय को भागीदारी मिले और असंतोष न फैले।
  2. बेल्जियम में कितने भाषायी समुदाय हैं?
    ✅ तीन – डच, फ्रेंच और जर्मन भाषी समुदाय।
  3. श्रीलंका में गृहयुद्ध का मुख्य कारण क्या था?
    ✅ तमिल समुदाय को शिक्षा, भाषा और रोज़गार में बराबरी न मिलना।

🟢 Short Answer (3–4 Lines)

  1. बेल्जियम ने सत्ता बाँटने के लिए कौन-से उपाय किए?
    ✅ बेल्जियम ने केंद्र सरकार में डच और फ्रेंच भाषी मंत्रियों की समान संख्या रखी।
    ✅ ब्रसेल्स में दोनों समुदायों को समान प्रतिनिधित्व मिला।
    ✅ सामुदायिक सरकार भी बनाई गई जो संस्कृति, भाषा और शिक्षा पर निर्णय लेती है।
  2. सत्ता के बँटवारे के दो तरीके लिखिए।
    ✅ (i) क्षैतिज बँटवारा – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच।
    ✅ (ii) ऊर्ध्वाधर बँटवारा – केंद्र, राज्य और स्थानीय सरकारों के बीच।
  3. श्रीलंका में तमिलों की क्या माँग थी?
    ✅ तमिल भाषा को मान्यता, समान अवसर, और जिन क्षेत्रों में वे रहते हैं वहां स्वायत्त शासन।

🟢 Long Answer (5–6 Points)

✍️ प्रश्न: बेल्जियम और श्रीलंका के सत्ता साझेदारी मॉडल की तुलना कीजिए।

बिंदुबेल्जियमश्रीलंका
बहुसंख्यक समुदायडच (59%)सिंहली (74%)
अल्पसंख्यक समुदायफ्रेंच, जर्मनतमिल (18%)
सत्ता बाँटने की नीतिबराबरी और साझेदारीबहुसंख्यक वर्चस्व (सिंहली की मनमानी नीति)
सरकार का रवैयासभी समुदायों को सत्ता में प्रतिनिधित्व दिया गयातमिलों की भाषा और संस्कृति को नज़रअंदाज़ किया गया
परिणामशांति और एकता बनी रहीगृहयुद्ध, हजारों की मौत, तमिलों का पलायन
शिक्षा का माध्यमभाषा के आधार पर चुनाव की आज़ादीतमिलों को शिक्षा में भेदभाव का सामना करना पड़ा

✍️ प्रश्न: सत्ता के बँटवारे के चार प्रमुख रूपों को उदाहरण सहित समझाइए।

  1. सरकारी अंगों के बीच – विधायिका, कार्यपालिका और न्यायपालिका के बीच अलग-अलग शक्तियाँ।
    उदाहरण: भारत में संसद कानून बनाती है, प्रधानमंत्री लागू करता है, सुप्रीम कोर्ट न्याय करती है।
  2. सरकार के स्तरों के बीच – केंद्र, राज्य, पंचायत।
    उदाहरण: भारत में स्वास्थ्य नीति राज्य सरकार बना सकती है।
  3. सामाजिक समूहों के बीच – महिलाओं, अल्पसंख्यकों को भागीदारी।
    उदाहरण: अनुसूचित जाति/जनजाति के लिए आरक्षण।
  4. राजनीतिक दलों/दबाव समूहों के बीच – गठबंधन सरकारें।
    उदाहरण: केंद्र में UPA या NDA जैसी गठबंधन सरकारें।

 

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