योजक

 


योजक की परिभाषा

जो शब्द दो शब्दों, वाक्यों या वाक्यांशों को जोड़ने का काम करते हैं, उन्हें योजक कहते हैं।
👉 इन्हें संयोजक अव्यय भी कहा जाता है।
👉 अंग्रेज़ी में इन्हें Conjunction कहते हैं।


योजक के भेद एवं उदाहरण

  1. समुच्चयबोधक योजक
    दो या दो से अधिक शब्दों/वाक्यों को समान रूप से जोड़ते हैं।

    • जैसे: और, तथा, या, अथवा, किंतु, परंतु, मगर, लेकिन
    • उदाहरण: राम और श्याम खेल रहे हैं।
  2. विकल्पबोधक योजक
    विकल्प (चुनाव) बताने के लिए।

    • जैसे: या, अथवा
    • उदाहरण: तुम पढ़ोगे या खेलोगे?
  3. विरोधबोधक योजक
    विरोध या विपरीत अर्थ बताने के लिए।

    • जैसे: परंतु, मगर, किंतु, लेकिन
    • उदाहरण: वह अमीर है, लेकिन कंजूस है।
  4. कारणबोधक योजक
    कारण बताने के लिए।

    • जैसे: क्योंकि, इसलिए, इस कारण, अतः
    • उदाहरण: वह बीमार है इसलिए स्कूल नहीं गया।
  5. सम्बन्धबोधक योजक
    सम्बन्ध या आश्रय बताने के लिए।

    • जैसे: जो–सो, यदि–तो, जब–तब
    • उदाहरण: जो मेहनत करेगा, सो सफलता पाएगा।

 

योजक का प्रकारयोजक शब्दउदाहरण वाक्य
समुच्चयबोधक (समानार्थक जोड़ने वाले)और, तथाराम और श्याम खेल रहे हैं।
विकल्पबोधक (चुनाव/विकल्प दिखाने वाले)या, अथवातुम पढ़ोगे या खेलोगे?
विरोधबोधक (विपरीत अर्थ दिखाने वाले)लेकिन, परंतु, मगर, किंतुवह अमीर है, लेकिन कंजूस है।
कारणबोधक (कारण बताने वाले)क्योंकि, इसलिए, अतःवह बीमार है, इसलिए स्कूल नहीं गया।
सम्बन्धबोधक (शर्त या सम्बन्ध दिखाने वाले)जो–सो, यदि–तो, जब–तब, ताकिजो मेहनत करेगा, सो सफलता पाएगा।

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