पौधों और जानवरों का संरक्षण

अध्याय 5: पौधों और जानवरों का संरक्षण – महत्त्वपूर्ण बिंदु

1. 🌳 वनों का महत्त्व:

  • वन हमें लकड़ी, कागज, औषधियाँ, फल, फूल, और ऑक्सीजन प्रदान करते हैं।
  • पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित कर वातावरण को शुद्ध करते हैं।
  • वनों से वर्षा होती है और भूजल स्तर संतुलित रहता है।

2. 🪓 वनों की कटाई (Deforestation):

मुख्य कारण:

  • खेती के लिए भूमि प्राप्त करना
  • भवन और सड़क निर्माण
  • ईंधन, कागज और लकड़ी की माँग
  • उद्योगों का विस्तार
  • अवैध शिकार

प्रभाव:

  • वर्षा में कमी
  • प्रदूषण में वृद्धि
  • जलवायु परिवर्तन
  • जैव विविधता में कमी
  • भूमि कटाव और बाढ़ की संभावना

3. 🌍 जैव विविधता (Biodiversity):

  • किसी क्षेत्र में पाई जाने वाली सभी वनस्पति और प्राणी जैव विविधता कहलाते हैं।
  • यह पारिस्थितिकी तंत्र को संतुलित रखती है।


4. 🐘 वन्यजीवों का संरक्षण क्यों आवश्यक है?

  • वन्यजीव पारिस्थितिकी संतुलन बनाए रखते हैं।
  • कई जानवर परागण, बीज फैलाव आदि में मदद करते हैं।
  • वन्यजीवों का विलुप्त होना खाद्य श्रृंखला को तोड़ देता है।

5. 🌐 संरक्षित क्षेत्र (Protected Areas):

प्रकारउद्देश्य
वन्यजीव अभयारण्यजानवरों की सुरक्षा के लिए
राष्ट्रीय उद्यानजानवरों, पेड़ों, मिट्टी आदि की सुरक्षा
जैवमंडल संरक्षित क्षेत्रपूरे पारिस्थितिक क्षेत्र की सुरक्षा

6. 🧬 स्थानिक (Endemic) और विलुप्त (Extinct) प्रजातियाँ:

  • स्थानिक प्रजातियाँ केवल किसी विशेष क्षेत्र में पाई जाती हैं (जैसे – गिर का शेर)
  • विलुप्त प्रजातियाँ अब पृथ्वी से पूरी तरह समाप्त हो चुकी हैं (जैसे – डायनासोर)

7. 📕 रेड डाटा बुक:

  • यह संकटग्रस्त (endangered) और विलुप्त प्रजातियों की सूची होती है।
  • इसमें पौधों, जानवरों और अन्य जीवों के लिए अलग-अलग खंड होते हैं।

8. 🕊️ प्रवास (Migration):

  • जब पक्षी या जानवर मौसम के अनुसार एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं।
  • कारण: प्रजनन, भोजन, और जीवन के अनुकूल वातावरण।

9. ♻️ कागज का संरक्षण:

  • 1 टन कागज बनाने में 17 बड़े पेड़ कटते हैं।
  • कागज को 5–7 बार पुनः प्रयोग किया जा सकता है।
  • बचत के लिए डिजिटल संसाधनों का उपयोग करें।

10. 🌱 पुनर्वनीकरण (Reforestation):

  • जहाँ पेड़ काटे गए हों, वहाँ फिर से पेड़ लगाना।
  • प्राकृतिक पुनर्वनीकरण भी संभव है यदि क्षेत्र को बिना छेड़े छोड़ा जाए।

11. ⚠️ मानव गतिविधियों का प्रभाव:

  • पेड़ों की अंधाधुंध कटाई → पर्यावरण असंतुलन
  • जानवरों का आवास नष्ट → प्रजातियों का विलुप्त होना
  • मिट्टी का क्षरण → खेती योग्य भूमि की कमी

12. 👨‍🌾 आदिवासी समुदायों की वनों पर निर्भरता:

  • भोजन, जलावन, औषधियाँ, आवास आदि के लिए
  • वन उनके पारंपरिक जीवन का हिस्सा हैं

13. 🧠 सरकार की पहलें:

  • संरक्षित वन अधिनियम, राष्ट्रीय उद्यानों की स्थापना, वन संरक्षण अभियान
  • लोगों में जागरूकता फैलाने के लिए कार्यक्रम

📌 सारांश (Summary Points):

  • वनों और वन्यजीवों का संरक्षण अनिवार्य है।
  • हमें प्राकृतिक संसाधनों का बुद्धिमानी से उपयोग करना चाहिए।
  • जैव विविधता का संरक्षण पर्यावरण और मानव जीवन दोनों के लिए ज़रूरी है।

 


अध्याय 5:  प्रश्नोत्तर


पृष्ठ 1-2 के प्रश्न:

  1. गतिविधि 5-1:
    वनों की कटाई के कारण:

    • प्राकृतिक कारण:
      • जंगल की आग
      • बाढ़ या भूस्खलन
      • कीटों का प्रकोप
    • मानव-निर्मित कारण:
      • कृषि के लिए भूमि साफ करना
      • शहरीकरण और औद्योगीकरण
      • लकड़ी का अत्यधिक दोहन
      • खनन गतिविधियाँ
  2. गतिविधि 5-2:
    वनों की कटाई के परिणाम:

    • वायु प्रदूषण और CO₂ स्तर में वृद्धि
    • भूजल स्तर में कमी
    • जैव विविधता का नुकसान
    • मिट्टी का कटाव और बाढ़ की संभावना
    • वर्षा चक्र प्रभावित होना
  3. प्रश्न:
    राष्ट्रीय उद्यान, वन्यजीव अभयारण्य और जैवमंडल संरक्षित क्षेत्रों का उद्देश्य:

    • वन्यजीवों और पौधों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखना।
    • संकटग्रस्त प्रजातियों का संरक्षण करना।
    • पारिस्थितिक संतुलन बनाए रखना।

पृष्ठ 3-4 के प्रश्न:

  1. गतिविधि 5-3:
    (छात्र अपने राज्य और देश के संरक्षित क्षेत्रों की सूची बनाएँ, जैसे: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (असम), गिर अभयारण्य (गुजरात), सुंदरवन जैवमंडल (पश्चिम बंगाल)।)
  2. गतिविधि 5-4:
    जैव विविधता को खतरा:

    • वनों की कटाई
    • प्रदूषण (वायु, जल, मृदा)
    • अवैध शिकार
    • जलवायु परिवर्तन

    समाधान:

    • पुनर्वनीकरण, जनजागरूकता, सख्त कानून।
  3. प्रश्न:
    लगातार पेड़ काटने के परिणाम:

    • मरुस्थलीकरण, जलवायु परिवर्तन, जानवरों के आवास नष्ट होना।

पृष्ठ 5-6 के प्रश्न:

  1. गतिविधि 5-5 व 5-6:
    (छात्र अपने क्षेत्र के पौधे (जैसे नीम, पीपल) और जानवरों (गाय, कबूतर) की सूची बनाएँ। स्थानिक प्रजातियाँ जैसे हिमालयन ब्लू पॉपी (पौधा), नीलगिरि तहर (जानवर)।)
  2. प्रश्न:
    स्थानिक प्रजातियों का विलुप्त होना:

    • हाँ, यदि उनका आवास नष्ट हो जाए, तो वे विलुप्त हो सकती हैं।

पृष्ठ 8-9 के प्रश्न:

  1. गतिविधि 5-7:
    रेड डाटा बुक:

    • यह IUCN (International Union for Conservation of Nature) द्वारा प्रकाशित की जाती है, जिसमें संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची होती है।
  2. प्रश्न:
    लकड़ी और कागज के विकल्प:

    • लकड़ी: बाँस, रिसाइकल की गई लकड़ी।
    • कागज: डिजिटल माध्यम, कपड़े से बना कागज।
  3. गतिविधि 5-8:
    कागज संरक्षण के कारण:

    • 1 टन कागज = 17 पेड़। रिसाइकलिंग से पेड़ बचाए जा सकते हैं।
  4. प्रश्न:
    वनों की कटाई का स्थायी समाधान:

    • पुनर्वनीकरण, वैकल्पिक संसाधनों का उपयोग।

पृष्ठ 10-12 के प्रश्न:

  1. रिक्त स्थान भरें:
    (क) अभयारण्य
    (ख) स्थानिक (एंडेमिक)
    (ग) मौसम
  2. अंतर:
    (क) अभयारण्य vs जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र:

    • अभयारण्य: विशेष प्रजातियों का संरक्षण।
    • जैवमंडल: समग्र पारिस्थितिकी तंत्र का संरक्षण।

 


 


1. रिक्त स्थानों की पूर्ति कीजिए (Fill in the Blanks):

(क) वह क्षेत्र जिसमें पक्षी अपने प्राकृतिक आवास में सुरक्षित होते हैं, अभयारण्य कहलाता है।

(ख) किसी विशेष क्षेत्र में पाई जाने वाली जीवों की प्रजातियाँ स्थानिक प्रजातियाँ कहलाती हैं।

(ग) प्रवासी पक्षी ठंडे क्षेत्रों से मौसम परिवर्तन के कारण अन्य क्षेत्रों की ओर पलायन करते हैं।


2. अंतर स्पष्ट कीजिए (Differences):

(क) वन्यजीव अभयारण्य और जैवमंडल संरक्षित क्षेत्र में अंतर –

वन्यजीव अभयारण्यजैवमंडल संरक्षित क्षेत्र
विशेष रूप से जानवरों की सुरक्षा के लिए बनाया जाता है।पूरे पारिस्थितिक तंत्र (वनस्पति, प्राणी, मानव) की रक्षा करता है।
यहां मानव गतिविधियाँ सीमित रूप से होती हैं।कुछ क्षेत्रों में मानव गतिविधियाँ नियंत्रित रूप से होती हैं।
उदाहरण: रणथंभौर अभयारण्यउदाहरण: नंदा देवी जैवमंडल क्षेत्र

(ख) चिड़ियाघर और अभयारण्य में अंतर –

चिड़ियाघरअभयारण्य
जानवरों को कृत्रिम पिंजरों या बाड़ों में रखा जाता है।जानवरों को उनके प्राकृतिक आवास में सुरक्षित रखा जाता है।
यह मुख्यतः लोगों के मनोरंजन और अध्ययन हेतु होता है।यह जानवरों के संरक्षण हेतु बनाया गया होता है।
सीमित स्थान और गतिविधियाँखुले वातावरण में स्वतंत्र जीवन

(ग) संकटग्रस्त और विलुप्त प्रजातियों में अंतर –

संकटग्रस्त प्रजातियाँविलुप्त प्रजातियाँ
ऐसी प्रजातियाँ जिनके लुप्त होने की संभावना है।ऐसी प्रजातियाँ जो अब पृथ्वी पर कहीं नहीं पाई जातीं।
संरक्षण से इनका जीवन बचाया जा सकता है।इन्हें पुनः जीवित नहीं किया जा सकता।
उदाहरण: गंगा डॉल्फिन, काला हिरणउदाहरण: डोडो पक्षी, डायनासोर

(घ) वनस्पतिजात और प्राणिजात में अंतर –

वनस्पतिजात (Flora)प्राणिजात (Fauna)
किसी क्षेत्र में पाई जाने वाली सभी पौधों की प्रजातियाँकिसी क्षेत्र में पाए जाने वाले सभी जीव-जंतुओं की प्रजातियाँ
उदाहरण: साल, सागौनउदाहरण: बाघ, बंदर

 

प्रश्न 3: वनोन्मूलन का निम्न पर क्या प्रभाव पड़ता है?

(क) वन्यप्राणी:
वनों के नष्ट होने से वन्यप्राणियों का निवास स्थान समाप्त हो जाता है, जिससे वे विलुप्त हो सकते हैं।

(ख) पर्यावरण:
वन वायुमंडल में संतुलन बनाए रखते हैं। इनके कटने से प्रदूषण बढ़ता है और जलवायु असंतुलित हो जाती है।

(ग) गाँव (ग्रामीण क्षेत्र):
ग्रामीण लोग लकड़ी, चारा और दवा के लिए वनों पर निर्भर हैं। वनों के कटने से उनका जीवन प्रभावित होता है।

(घ) शहर (नगरीय क्षेत्र):
वनों की कटाई से वायु प्रदूषण बढ़ता है जिससे शहरी क्षेत्रों में स्वास्थ्य समस्याएँ होती हैं।

(ङ) पृथ्वी:
वनों के बिना पृथ्वी पर जीवन कठिन हो जाएगा, जलवायु में असंतुलन आएगा और प्राकृतिक आपदाएँ बढ़ेंगी।

(च) अगली पीढ़ी:
अगर वनों का संरक्षण नहीं किया गया तो आने वाली पीढ़ियाँ स्वच्छ पर्यावरण और जैव विविधता से वंचित हो जाएँगी।


प्रश्न 4: क्या होगा यदि…

(क) हम वृक्षों की कटाई करते रहे?
तो वनों का क्षेत्रफल घटेगा, जिससे प्राकृतिक असंतुलन, सूखा, बाढ़ और जैव विविधता की हानि होगी।

(ख) किसी जन्तु का अस्तित्व समाप्त हो?
तो खाद्य श्रृंखला प्रभावित होगी और अन्य प्रजातियों का अस्तित्व भी खतरे में आ सकता है।

(ग) मिट्टी की ऊपरी परत समाप्त हो जाए?
तो कृषि असंभव हो जाएगी क्योंकि उपजाऊ मिट्टी से ही फसलें होती हैं।


प्रश्न 5: संक्षेप में उत्तर दीजिए

(क) हमें जैव विविधता का संरक्षण क्यों करना चाहिए?
क्योंकि यह जीवन के संतुलन और पारिस्थितिक तंत्र के लिए आवश्यक है।

(ख) संरक्षित क्षेत्र भी वन्य जन्तुओं के लिए पूर्ण रूप से सुरक्षित नहीं हैं, क्यों?
क्योंकि शिकार, अतिक्रमण और मानवीय हस्तक्षेप के कारण उनकी सुरक्षा खतरे में रहती है।

(ग) कुछ आदिवासी वन (जंगल) पर निर्भर कैसे हैं?
वे भोजन, दवा, जलावन और निवास के लिए वनों पर निर्भर रहते हैं।

(घ) वनोन्मूलन के कारण और उनके प्रभाव क्या है?
कारण: खेती के लिए भूमि, शहरीकरण, लकड़ी की माँग।
प्रभाव: प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन, वन्यप्राणियों का नुकसान।

(ङ) रेड डाटा बुक क्या है?
यह एक पुस्तक है जिसमें संकटग्रस्त प्रजातियों की सूची होती है।

(च) प्रवास से आप क्या समझते हैं?
प्रवास वह प्रक्रिया है जिसमें पशु-पक्षी एक स्थान से दूसरे स्थान पर जाते हैं, विशेष रूप से मौसम के अनुसार।


प्रश्न 6: वृक्षों की कटाई पर रिपोर्ट

वनों की अंधाधुंध कटाई न्यायसंगत नहीं है क्योंकि यह पारिस्थितिक संतुलन को बिगाड़ती है। विकास आवश्यक है लेकिन पर्यावरण की कीमत पर नहीं। विकल्पों में पुनः वनीकरण, वैकल्पिक सामग्री और सतत विकास शामिल होना चाहिए।


प्रश्न 7: स्थानीय क्षेत्र में हरियाली बनाए रखने हेतु योगदान

क्रियाओं की सूची:

  • वृक्षारोपण करना
  • कागज की बचत करना
  • पौधों को पानी देना
  • पौधों की सुरक्षा करना
  • स्थानीय लोगों को जागरूक करना

प्रश्न 8: वनोन्मूलन से वर्षा दूर किस प्रकार कम हुई है?

वृक्ष वाष्पोत्सर्जन करते हैं जिससे बादल बनते हैं। वृक्षों के कटने से यह प्रक्रिया रुक जाती है, जिससे वर्षा कम होती है।


प्रश्न 9: भारत के राष्ट्रीय उद्यान

कुछ प्रमुख राष्ट्रीय उद्यान:

  • काजीरंगा (असम)
  • कॉर्बेट (उत्तराखंड)
  • कन्हा (मध्य प्रदेश)
  • गिर (गुजरात)
  • सुंदरबन (पश्चिम बंगाल)

[नक्शे में स्थिति दिखाने हेतु भारत का रेखा मानचित्र प्रयोग करें]


प्रश्न 10: कागज की बचत क्यों करनी चाहिए?

कागज पेड़ों से बनता है। अधिक उपयोग से पेड़ों की कटाई होती है।
बचत के तरीके:

  • दोनों ओर प्रिंट करना
  • डिजिटल माध्यम का उपयोग
  • पुराने कागज का पुनः उपयोग
  • अनावश्यक प्रिंट से बचना

प्रश्न 11: शब्द पहेली के उत्तर

(1) रेड डाटा बुक
(2) जैव विविधता


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