अध्याय 7: ताप एवं उसका मापन
सारांश
यह अध्याय हमें ‘ताप’ के बारे में बताता है और इसे कैसे मापा जाता है।
ताप क्या है?
ताप किसी वस्तु की गरमाहट या ठंडक की माप है। कोई वस्तु कितनी गरम है या कितनी ठंडी, यह जानने के लिए हम ताप का उपयोग करते हैं।
हम अपनी स्पर्श इंद्रियों पर पूरी तरह भरोसा नहीं कर सकते क्योंकि वे हमेशा सही माप नहीं बतातीं (उदाहरण के लिए, एक ही पानी आपको एक हाथ से ठंडा और दूसरे से गरम लग सकता है)।
तापमापी (थर्मामीटर):
ताप को मापने वाले उपकरण को तापमापी या थर्मामीटर कहते हैं।
दो मुख्य प्रकार के तापमापी हैं:
डॉक्टरी थर्मामीटर (ज्वरमापी): यह मानव शरीर का ताप मापने के लिए उपयोग होता है। इसका सामान्य ताप परिसर 35°C से 42°C या 94°F से 108°F होता है।
प्रयोगशाला थर्मामीटर: इसका उपयोग अन्य वस्तुओं जैसे पानी या हवा का ताप मापने के लिए होता है। इसका ताप परिसर आमतौर पर -10°C से 110°C होता है।
ताप के मापक्रम (स्केल):
ताप मापने के लिए तीन मुख्य मापक्रम हैं:
सेल्सियस (°C): यह सबसे आम है।
फारेनहाइट (°F): यह भी उपयोग में आता है।
केल्विन (K): यह वैज्ञानिक कार्यों में उपयोग होता है और ताप का SI मात्रक (मानक इकाई) है।
स्वस्थ मानव शरीर का सामान्य ताप 37.0 °C या 98.6 °F होता है।
थर्मामीटर का उपयोग करते समय सावधानियाँ:
थर्मामीटर को उपयोग करने से पहले और बाद में धोना चाहिए।
डिजिटल थर्मामीटर का रीसेट बटन दबाकर रीसेट करना चाहिए।
थर्मामीटर के बल्ब को किसी कठोर चीज़ से नहीं टकराना चाहिए।
प्रयोगशाला थर्मामीटर का उपयोग करते समय, बल्ब को वस्तु के संपर्क में रखना चाहिए लेकिन पात्र की दीवारों या तली को नहीं छूना चाहिए।
तापमापी को सीधा रखना चाहिए और पाठ्यांक लेते समय आँखें द्रव स्तंभ के स्तर के सीध में होनी चाहिए।
डिजिटल थर्मामीटर और इन्फ्रारेड थर्मामीटर:
पारे वाले थर्मामीटर विषैले पारे के कारण धीरे-धीरे डिजिटल थर्मामीटर से बदले जा रहे हैं, जो उपयोग में आसान और सुरक्षित होते हैं।
इन्फ्रारेड थर्मामीटर (संपर्क रहित) शरीर को छुए बिना दूर से ताप माप सकते हैं, जिससे संक्रमण का खतरा कम होता है।
महत्वपूर्ण प्रश्न और उत्तर (आसान हिंदी में)
प्रश्न 1: ताप क्या है? इसकी माप कैसे करते हैं?
उत्तर: ताप हमें बताता है कि कोई वस्तु कितनी गरम या कितनी ठंडी है। इसे तापमापी (थर्मामीटर) नामक उपकरण से मापा जाता है।
प्रश्न 2: डॉक्टरी थर्मामीटर और प्रयोगशाला थर्मामीटर में क्या अंतर है?
उत्तर:
डॉक्टरी थर्मामीटर: मानव शरीर का ताप मापने के लिए उपयोग होता है। इसका ताप परिसर छोटा (35°C से 42°C) होता है।
प्रयोगशाला थर्मामीटर: पानी, हवा जैसी अन्य वस्तुओं का ताप मापने के लिए उपयोग होता है। इसका ताप परिसर बड़ा (-10°C से 110°C) होता है।
प्रश्न 3: स्वस्थ मानव शरीर का सामान्य ताप कितना होता है? सेल्सियस और फारेनहाइट में बताएं।
उत्तर: स्वस्थ मानव शरीर का सामान्य ताप 37.0 °C (सेल्सियस) या 98.6 °F (फारेनहाइट) होता है।
प्रश्न 4: तापमापी का उपयोग करते समय हमें क्या सावधानियाँ बरतनी चाहिए? कोई तीन सावधानियाँ लिखें।
उत्तर:
उपयोग से पहले और बाद में तापमापी को धोना चाहिए।
तापमापी के बल्ब को किसी कठोर वस्तु से नहीं टकराना चाहिए, क्योंकि यह टूट सकता है।
पाठ्यांक लेते समय आँखें द्रव स्तंभ के स्तर के बिल्कुल सीध में होनी चाहिए।
प्रश्न 5: पारे वाले थर्मामीटर की जगह अब डिजिटल थर्मामीटर का उपयोग क्यों किया जाता है?
उत्तर: पारे वाले थर्मामीटर में पारा होता है जो बहुत विषैला होता है। अगर थर्मामीटर टूट जाए तो पारा फैल जाता है और उसे साफ करना मुश्किल होता है। डिजिटल थर्मामीटर में पारा नहीं होता, ये सुरक्षित और उपयोग करने में आसान होते हैं, इसलिए इनका उपयोग बढ़ रहा है।
प्रश्न 6: क्या हम उबलते पानी या बर्फ का ताप डॉक्टरी थर्मामीटर से माप सकते हैं? क्यों नहीं?
उत्तर: नहीं, हम उबलते पानी या बर्फ का ताप डॉक्टरी थर्मामीटर से नहीं माप सकते। ऐसा इसलिए है क्योंकि डॉक्टरी थर्मामीटर का ताप परिसर (35°C से 42°C) मानव शरीर के ताप के लिए होता है। उबलते पानी का ताप 100°C होता है और बर्फ का ताप 0°C या उससे कम होता है, जो डॉक्टरी थर्मामीटर के परिसर से बहुत बाहर है।
प्रश्न 7: प्रयोगशाला थर्मामीटर को पानी में डुबोकर ताप मापते समय हमें क्या ध्यान रखना चाहिए?
उत्तर:
थर्मामीटर का बल्ब पानी में पूरी तरह डूबा होना चाहिए।
बल्ब बीकर की तली या दीवारों को नहीं छूना चाहिए।
थर्मामीटर को सीधा रखना चाहिए, तिरछा नहीं।
प्रश्न 8: संपर्क रहित तापमापी क्या होते हैं और इनका क्या फायदा है?
उत्तर: संपर्क रहित तापमापी (जैसे इन्फ्रारेड थर्मामीटर) वे होते हैं जो किसी व्यक्ति के शरीर को बिना छुए दूर से ही उसका ताप माप सकते हैं। इनका फायदा यह है कि ये संक्रमण फैलने के खतरे को कम करते हैं।